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ज्यादा घंटे काम करने से बढ़ता है हार्ट अटैक का खतरा, WHO ने दी चेतावनी

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विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, अधिक घंटे काम करने से हृदय रोग और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। डब्ल्यूएचओ के अनुसार, इसने दुनिया भर में अरबों लोगों की जान ले ली है।

WHO और इंटरनेशनल लेबर ऑर्गनाइजेशन (ILO) द्वारा एनवायर्नमेंटल इंटरनेशनल में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, 2016 में दिन में लंबे समय तक काम करने के कारण 7,45,000 लोगों की स्ट्रोक और हृदय रोग से मृत्यु हो गई। यह आंकड़ा अब बढ़कर 29 फीसदी हो गया है। डब्ल्यूएचओ ने पिछले महीने रिपोर्ट जारी की थी।

कोरोनरी हृदय रोग के कारण ज्यादातर लोग पिछले एक साल से घर से काम कर रहे हैं। वर्क फ्रॉम होम ने लोगों का स्क्रीन टाइम बढ़ा दिया है। WHO और ILO की रिपोर्ट के मुताबिक, काम के तनाव से पुरुष सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं। प्रति सप्ताह 55 घंटे या उससे अधिक काम करने वाले 45 से 74 आयु वर्ग के पुरुषों में मृत्यु दर 72% तक है।

लंबे समय तक काम करने का असर मनोवैज्ञानिक भी होता है। बहुत से लोग काम के तनाव के कारण भी डिप्रेशन का शिकार हो जाते हैं। फोर्टिस हॉस्पिटल कार्डियोलॉजी, मोहाली के निदेशक और एचओडी, डॉ। आरके जसवाल ने कहा, ‘नौकरी की अनिश्चितता और लंबे समय तक काम करने से लोगों में तनाव बढ़ रहा है। समय के साथ काम के घंटे बढ़ने से हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। खासकर उन लोगों में जो धूम्रपान करते हैं और व्यायाम नहीं करते हैं।’

मौजूदा हालात में महामारी से बचाव के लिए वर्क फ्रॉम होम करना हर किसी की जरूरत बन गया है। इसी तरह, स्वास्थ्य विशेषज्ञ लोगों को समय-समय पर अपना ख्याल रखने की सलाह देते हैं। स्ट्रोक और हृदय रोग से बचाव के लिए सक्रिय जीवनशैली अपनाना जरूरी है।

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