शौच के बाद पैर धोना क्यों ज़रूरी है? इसके पीछे छिपा है धार्मिक और वैज्ञानिक कारण

0 400
Join Telegram Group Join Now
WhatsApp Group Join Now

हिंदू धर्म में हर कार्य का एक विशेष महत्व होता है, चाहे वह स्नान हो या शौच, भोजन करना हो या सोना और इन सभी कार्यों को करने से पहले या बाद में हमें अपने पैर और हाथ अवश्य धोने चाहिए। हालांकि, शास्त्रों का पालन करने से मनुष्य में कई सकारात्मक प्रभाव पड़ते हैं। ज़िंदगी

सबसे पहले तो यह कि सोने से पहले पैर धोने को क्यों कहा जाता है?शास्त्रों के अनुसार हर व्यक्ति को सोने से पहले अपने पैर अच्छी तरह से धोने चाहिए।
प्राचीन काल से ही कहा जाता है कि भोजन करने से पहले हाथ-पैर धो लें। भोजन करने से माललक्ष्मी को भोजन क्यों दिया जाता है? हाथ-पैर धोकर भोजन करने से लक्ष्मी की कृपा होती है। ऐसा करने से हम पेट संबंधी कई प्रकार की बीमारियों से दूर रहते हैं।
शास्त्रों के अनुसार सोने से पहले पैर, हाथ और चेहरा अच्छी तरह धोना जरूरी है। क्यों नहीं, इससे राहु, केतु और शनि का प्रकोप होता है। इससे गरीबी और स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां होती हैं। और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। कम हो गया। सभी बैक्टीरिया पैरों के माध्यम से शरीर में प्रवेश क्यों करते हैं?
जब आप बाहर जाते हैं तो अपने पैरों को धोना बहुत जरूरी है। क्योंकि जब हम बाहर निकलते हैं तो कई नकारात्मक चीजों के संपर्क में आते हैं। इसलिए बाहर जाने के बाद अपने पैरों और हाथों को धोना जरूरी है। पैर भी किन कारणों से आते हैं विभिन्न रोग एल
Join Telegram Group Join Now
WhatsApp Group Join Now
Ads
Ads
Leave A Reply

Your email address will not be published.