भगवान शंकर को क्यों नहीं चढ़ाते हल्दी, जानकार चौंक जायेंगे आप
इंटरनेट डेस्क। आजकल लोग छोटे से छोटा काम भी होता है तो भगवान भोले को याद करते है। क्योंकि एक भगवान् शंकर ही है जिनको मनाने के लिए ज्यादा परेशानी नहीं होती है। भोलेनाथ बहुत ही जल्दी अपने भक्तो कि प्रार्थना सुन लेते है और उनको कष्टों को हर लेते है। अगर भगवान भोले को प्रसन्न करना है तो सोमवार के दिन भोलेनाथ का व्रत रखना चाहिए। वैसे तो भोलेनाथ की पूजा में गाय का दूध, बिलपत्र, भांग-धतुरा, फल-फूल चढ़ाये जाते है। लेकिन क्या आपको पता है की ज्यादातर देवी-देवताओं की पूजा में हल्दी भी चढाई जाती है लेकिन भोले की पूजा में हल्दी का प्रयोग नहीं किया जाता है। ऐसा क्यों होता है , आईये हम बताते है आपको।
हल्दी नहीं चढ़ाने के कारण निम्न है :
1- सभी देवी देवताओं की पूजा अर्चना में हल्दी अर्पित की जाती है। शास्त्रों में हल्दी को एक पवित्र स्त्री का स्वरुप माना गया है और भगवान भोले को पुरुष माना गया है इसलिए भोलेनाथ की पूजा में हल्दी नहीं चढ़ाई जाती है।
2- अगर आप सोमवार के दिन भगवान भोलेनाथ का व्रत करते है और उस दिन आप भोलेनाथ की पूजा में हल्दी का प्रयोग करते है तो इसमें आपकी पूजा का कोई महत्व नहीं रह जाता है। तथा मान्यताओं के अनुसार आपको आपकी पूजा का कोई फल भी नहीं मिल पाता है। इसलिए आप ध्यान रखना की कभी गलती से भी भोलेनाथ कि मुर्ति और शिवलिंग पर हल्दी नहीं चढ़ाये, वरना आपके व्रत का कोई मतलब नहीं होगा।