कौन है वो युवा साध्वी, 25 की उम्र में जिसके लाखों भक्त हैं?
कौन है वो युवा साध्वी: हमारी जिंदगी में करियर और नौकरी ही ज्यादा मायने रखती है। इन सब को हासिल करने के चक्कर में हम आस्था और धर्म को भूल जाते है। हमारे देश में कुछ लोग ऐसे भी है जिन्होंने करियर के साथ-साथ आस्था और धर्म को भी तवज्जो दी है। हम बात कर रहे है “जया किशोरी जी ” की। बचपन से कृष्ण भक्त रही “जया किशोरी जी” 25 साल की हो चुकी है। देश में 1,619,227 से भी ज्यादा लोग उन्हें फॉलो करते है और उनके करोडो श्रोता है।
इनका जन्म राजस्थान के सुजानगढ़ में सन 1996 में हुआ था। गौड़ ब्राह्मण परिवार से होने की वजह से इनकी ज्यादा रूचि कृष्ण भक्ति में थी।
7 साल की उम्र से भजन
जया किशोरी सात साल की उम्र से ही भजनों के जरिये ठाकुर जी को रिझाने में लग गई थीं, उन्होने कोलकाता में बसंत महोत्सव के दौरान सत्संग में गाना गाया था, सिर्फ नौ साल की उम्र में ही जया ने संस्कृत में लिंगाष्टकम्, शिव तांडव स्तोत्रम, रामाष्टकम् आदि कई श्लोकों को गाना शुरु कर दिया था
सिर्फ 9 साल की उम्र में जया किशोरी जी लिंगाष्टकम्, शिव-तांडव स्तोत्रम्, रामाष्टकम् आदि स्तोत्र गाने लगी थी। 10 साल की होने पर सुन्दर कांड का पाठ किया।
विकलांगों की मदद
आज हर जिले में जाकर वो “नरसी का भात” और “नानी बाई को मायरो” का सत्संग करती है। उनके सत्संग को सुनने के लिए लाखो लोग आते है। आपको बता दे की इनके सत्संग से जो चंदा इक्कठा होता है वो नारायण सेवा संस्थान में जाता है। नारायण सेवा संस्थान चंदे से इक्कठे हुए पैसो से विकलांग लोगो का इलाज करवाता है।
जया के प्रसिद्ध भजन
मेरा आपकी कृपा से सब काम हो रहा है
मां-बाप को मत भूलना
लिंगाष्टकम मृत्युंजय जाप
राधिका गौरी रे
अच्युतम केस्वाम कृष्ण दामोदरम
आज हरी आये विदुर घर
गाड़ी में बिठा ले रे बाबा
जगत के रंग क्या देखू
कृष्ण गोविन्द गोविन्द गोपाल नंदलाल