नए साल में किसानों के लिए इससे अच्छी खबर और क्या हो सकती है? गेहूं और चावल के निर्यात को लेकर हुआ झगड़ा
सरकार द्वारा किसानों के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। इन योजनाओं के माध्यम से सरकार का उद्देश्य किसानों को कल्याण प्रदान करना है। साथ ही केंद्र सरकार द्वारा किसानों के हित में कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। इन योजनाओं में सरकार द्वारा किसानों को आर्थिक लाभ भी दिया जा रहा है। इसके अलावा भी कई ऐसी योजनाएं हैं, जिनके जरिए किसानों को फसलों के लिहाज से भी फायदा होता है। फिर पिछले साल भी किसानों को सरकार से काफी फायदा हुआ है। इसकी जानकारी भी सरकार ने दी है।
एक किसान की फसल
किसानों की फसलों के लिए सरकार द्वारा निर्यात को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। किसानों को निर्यात के माध्यम से अपनी फसलों के बेहतर दाम भी मिलते हैं। वित्त वर्ष के दौरान सरकार को गेहूं के निर्यात में भी तेजी देखने को मिली है। एग्रीकल्चर इंडिया के ट्विटर हैंडल से कहा गया है कि वित्त वर्ष की दूसरी छमाही (2022-23) में गेहूं का निर्यात 136 फीसदी बढ़ा है।
फसलों का निर्यात
गेहूं में तेजी के साथ ही अन्य फसलों के निर्यात में भी तेजी देखने को मिली है. जिससे किसानों को भी काफी फायदा हुआ है। गेहूं के साथ-साथ बासमती चावल के निर्यात में भी तेजी देखने को मिली है। एग्रीकल्चर इंडिया के ट्विटर हैंडल से कहा गया है कि वित्त वर्ष 2022-23 के छह महीनों के दौरान बासमती चावल का निर्यात 37.36 प्रतिशत बढ़ा है.
किसानों को लाभ
ऐसे में पिछले कुछ महीनों में गेहूं और चावल का निर्यात बढ़ा है। जिससे किसानों को भी काफी फायदा हुआ है।