बुधवार उपाय: ऐसे करें बुध भगवान की पूजा, होगा बेड़ा पार
हर कोई सप्ताह के सभी दिन भगवान की पूजा करते हैं जिससे भगवान का आशीर्वाद अपने भक्तों पर बनी रहती है। सभी जानते हैं कि बुधवार का दिन भगवान गणेश जी की पूजा के लिए विशेष महत्व रखता है और सभी भगवान की पूजा विधिपूर्वक करता है। किसी भी शुभ कार्य को करने से पहले भगवान गणेश जी की पूजा-अर्चना करते हैं जिससे शुभ कार्य में आने वाली सभी बाधाओं का अंत होता है और भगवान का आशीर्वाद अपने भक्तों पर बना रहता है। बुधवार व्रत में बुद्ध देव के साथ भगवान गणेश की पूजा का विधान है।
यह जातक के दांतों, गर्दन, कंधे व त्वचा पर अपना प्रभाव डालता है। आज हम आपको बुधवार को करने वाले कुछ ऐसे ही उपायों के बारे में बताने जा रहे हैं-
सरकारी नौकरियां यहाँ देख सकते हैं :-
सरकारी नौकरी करने के लिए बंपर मौका 8वीं 10वीं 12वीं पास कर सकते हैं आवेदन
1000 से भी ज्यादा रेलवे की सभी नौकरियों की सही जानकारी पाने के लिए यहाँ क्लिक करें
भगवान गणेश जी का व्रत अग्नि पुराण के अनुसार बताया गया है कि बुधवार का व्रत विशाखा नक्षत्रयुक्त में करना चाहिए। जो लगातार 7 बुधवार तक व्रत करना चाहिए। माना जाता है कि व्रत को शुरु करने से पहले गणेश जी के साथ नवग्रहों की पूजा करनी चाहिए। जिसके बाद भागवत महापुराण का पाठ करना चाहिए।
बता दें कि बुधवार का व्रत करने से व्यक्ति का ज्ञान बढ़ता है और व्यापार में धन लाभ के शुभ योग बनते हैं। सफलता की राह में आ रही सभी बाधाओं का अंत होता है। इसलिए बुधवार का व्रत शुक्ल पक्ष के पहले बुधवार से शुरु करना अच्छा माना जाता है।
भगवान बुध की मूर्ति ना होने पर भगवान शंकर जी की पूजा भी कर सकते हैं। दिन भर व्रत कर शाम के समय फिर से पूजा कर एक समय भोजन करना चाहिए। इस दिन दही, मूंग दाल का हलवा या हरी वस्तु से बनी चीजों का सेवन करना चाहिए।