विदुर नीति: ये 5 आदतें बना देती हैं मनुष्य का जीवन अंधकारमय
विदुर का दर्शन मानव जीवन को एक नई दिशा देता है। विदुर का दर्शन महाभारत काल से ही बहुत महत्वपूर्ण रहा है। विदुर का आज का दर्शन कहता है कि मनुष्य की पांच आदतें विशेष रूप से उसके जीवन को अंधकार की ओर ले जाती हैं।
* क्रोध – महात्मा विदुर के सिद्धांतों के अनुसार क्रोध मनुष्य का शाश्वत शत्रु है, काम, क्रोध, लोभ और वासना, ये 4 गुण उसे नरक में ले जाते हैं और दुख की ओर खींचते हैं। ये 4 गुण आत्मा को नष्ट कर देते हैं। इसलिए सभी इन गुणों से बचना चाहिए
*ईर्ष्या – ईर्ष्या करना, दूसरों से नफरत करना, हमेशा दुखी रहना, जो व्यक्ति संदेह में रहता है वह हमेशा दुखी रहता है l उसका जीवन अंधकार में चला जाता है l इसलिए ईर्ष्या करने के बजाय शांति से रहें l
* भरोसा – जो भरोसेमंद नहीं है उस पर कभी भरोसा नहीं करना चाहिए l लेकिन जो भरोसे के लायक होता है उसे अक्सर भरोसे से पीछे धकेल दिया जाता है l लेकिन कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो अपने लिए दूसरों पर भरोसा नहीं करते l ऐसे लोग मूर्ख होते हैं l
* आत्मप्रशंसा – यह सच है कि अपनी प्रशंसा करना हर किसी को अच्छा लगता है, लेकिन जो व्यक्ति अपनी प्रशंसा करके दूसरों के दोष गाता है, उसका जीवन अंधकार की ओर जाता है।
* मूर्खता – मूर्ख या मूर्ख व्यक्ति कभी भी भरोसेमंद नहीं होता, वह अपने स्वार्थ के लिए अपने ही बच्चे का जीवन नरक में डाल देता है। ऐसे व्यक्ति के लिए बुद्धि का कोई महत्व नहीं होता।