Vastu tips : घर में ये मूर्ति रखने से आती है धन-संपत्ति

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वास्तु शास्त्र के अनुसार, अगर घर का इंटीरियर किया जाए तो घर में सकारात्मक ऊर्जा पैदा होती है। वास्तु के अनुसार, अगर घर को सजाया जाता है, तो इसका सीधा असर जीवन और भाग्य पर पड़ता है। इसलिए हमें घर में हमेशा ऐसी चीजें रखनी चाहिए, जिससे भाग्य बढ़ सके, यहां हम जानेंगे कि घर में किस तरह की मूर्ति रखना बहुत शुभ माना जाता है।

वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में हंस रखना शुभ माना जाता है। इसे प्रेम और शांति का प्रतीक माना जाता है। इसलिए घर के बेडरूम या ड्राइंग रूम में हंस की तस्वीर या मूर्ति रख सकते हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार ड्राइंग रूम के लिविंग रूम में हंसन की तस्वीर या मूर्ति रखने से घर में सुख, शांति और सद्भाव का माहौल बना रहता है। परिवार के सदस्यों के बीच प्रेम बढ़ता है।

घर में एक्वेरियम रखना भी शुभ माना जाता है। घर में हमेशा रंग-बिरंगी मछलियां रखनी चाहिए, वास्तु के अनुसार रंग-बिरंगी मछलियां खुशी का प्रतीक होती हैं। घर में पूर्व या उत्तर दिशा में चांदी की मछली रखना भी शुभ माना जाता है।

घर में कछुए की मूर्ति या तस्वीर भी शुभ मानी जाती है। हिंदू धार्मिक मान्यता के अनुसार कछुआ भगवान विष्णु का ही एक रूप है। घर की उत्तर दिशा में कछुए की तस्वीर या मूर्ति रखने से सुख-समृद्धि बढ़ती है।

गाय सुख-समृद्धि का भी प्रतीक है। घर में गाय की मूर्ति या तस्वीर रखने से सुख-समृद्धि बढ़ती है। कहा जाता है कि घर में पीतल या सफेद पत्थर की गाय की मूर्ति रखने से सकारात्मकता आती है। वास्तु के अनुसार घर में ऊंट की तस्वीर या मूर्ति रखना भी शुभ माना जाता है। इससे व्यापार में सफलता मिलती है।

पूजा घर में इन बातों का रखें विशेष ध्यान इस स्थान पर कभी भी मंदिर न बनाएं

हमारे घरों में पूजा का स्थान होना बहुत जरूरी होता है। पूजा घर के न होने से जीवन में नकारात्मक ऊर्जा का वास होता है और घर में हमेशा कलह-क्लेश बना रहता है। पूजा घर होने से वहां सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बना रहता है और जीवन में खुशियां आती हैं। शास्त्रों में घर में बनाए जाने वाले पूजा स्थल को लेकर भी नियम बताए गए हैं। आइए जानते हैं कि पूजा घर बनवाते समय या पूजा घर बनवाते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

पूजा घर बनवाते समय रखें इन बातों का ध्यान

घर में बने पूजा स्थल का विशेष महत्व होता है। यह एक ऐसी जगह है जहां सबसे ज्यादा शांति और सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है। पूजा घर में कभी भी भगवान श्री गणेश और माता लक्ष्मी की मूर्ति न रखें। पूजा का स्थान अंधेरे में नहीं होना चाहिए।

घर के मंदिर में एक ही भगवान की दो तस्वीरें या मूर्तियां नहीं होनी चाहिए। शास्त्रों के अनुसार ऐसा होने पर शुभ कार्य करने में बाधाएं आने लगती हैं। जब तक संभव हो एक भगवान की एक ही तस्वीर रखें।

वास्तु शास्त्र के नियमों के अनुसार घर की पश्चिम और दक्षिण दिशा अशुभ फल देने वाली मानी जाती है इसलिए पूजा घर पूर्व या उत्तर दिशा में होना चाहिए।

अगर मंदिर लकड़ी का बना है तो उसे घर की दीवार से सटाकर न रखें। पूजा घर में देवी-देवताओं को एक-दूसरे की ओर नहीं देखना चाहिए।

घर में पूजा का स्थान शौचालय के पास नहीं होना चाहिए। पूजा घर कभी भी रसोई घर के पास स्थापित नहीं करना चाहिए। इसके अलावा सीढ़ियों के नीचे भी मंदिर नहीं बनाना चाहिए।

यूं तो घर के मंदिर में शिवलिंग रखना वर्जित माना जाता है, लेकिन अगर शिवलिंग रखना हो तो उसका आकार अंगूठे के आकार से बड़ा नहीं होना चाहिए। पूजा घर में गुंबद और भट्टियां नहीं बनानी चाहिए।

मंदिर के नीचे पूजा सामग्री, धार्मिक पुस्तकें रखनी चाहिए। मंदिर में रखी भगवान की मूर्तियों का चेहरा किसी भी चीज से ढका नहीं होना चाहिए।

हिंदू धर्म में खंडित मूर्तियों की पूजा करना अच्छा नहीं माना जाता है इसलिए भूलकर भी ऐसी मूर्तियों को पूजा घर में नहीं रखना चाहिए। खंडित मूर्तियों की पूजा अशुभ मानी जाती है। अगर आपको कहीं जाना हो तो पूजा घर में कभी भी ताला न लगाएं।

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