US Indiscriminate firing: कैलिफोर्निया में लूनर न्यू ईयर पार्टी के दौरान अंधाधुंध फायरिंग, 10 की मौत, 16 से ज्यादा घायल
US Indiscriminate firing: अमेरिका के कैलिफोर्निया में शनिवार देर रात गोलीबारी की घटना हुई। इसमें कई लोगों के मरने का डर है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीनी नववर्ष समारोह के दौरान मोंटेरी पार्क इलाके में तड़के 3.30 बजे गोलीबारी हुई. कुछ समाचार रिपोर्टों में कहा गया है कि 10 लोगों की मौत हो गई और 19 घायल हो गए। हालांकि, पुलिस ने अभी तक इसकी कोई जानकारी नहीं दी है।
कुछ सोशल मीडिया अकाउंट्स पर यह बताया गया है कि यह मामला रंगभेद से जुड़ा है। स्थानीय लोगों और एशियाई समुदाय के बीच हिंसा भड़क उठी। इसमें चीनी मूल के 17 वर्षीय युवक की भी मौत हुई है। पुलिस इस संबंध में कुछ देर में बयान जारी कर सकती है। मोंटेरी पार्क की आबादी लगभग 60,000 है। उनमें से 65 प्रतिशत एशियाई अमेरिकी हैं। इनमें से ज्यादातर लोग चीनी मूल के हैं।
US Indiscriminate firing:
मिली खबरों के मुताबिक स्थानीय अधिकारियों ने खबर दी है कि घटना के वक्त काफी तेज म्यूजिक बज रहा था, इसलिए काफी देर तक यह समझ नहीं आया कि आतिशबाजी चल रही थी या फायरिंग हो रही थी. कुछ देर बाद घायल लोग भागते देखे गए, तब जाकर सच्चाई सामने आई।
पुलिस के मुताबिक, घटना के वक्त कई हजार लोग मौजूद थे। ऐसे में मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है। यहां दो दिन का मेला चल रहा था। इससे पहले भी इस इलाके में स्थानीय श्वेत समुदाय और एशियाई समुदाय के बीच हिंसा हो चुकी है. पिछले साल भी इसी तरह की घटना में 5 लोगों की मौत हुई थी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मरने वालों की संख्या बहुत तेजी से बढ़ सकती है. इसका कारण यह है कि घायलों की आवाज संगीत के शोर में दब गई और इस कारण उन्हें काफी देर तक इलाज नहीं मिल सका। इसके अलावा आधी रात को भी करीब 10 हजार लोग वहां मौजूद थे। ऐसे में एंबुलेंस का वहां तक पहुंचना मुश्किल हो गया।
यह स्थान लॉस एंजिल्स से केवल 10 किमी दूर एक उपनगरीय क्षेत्र है। पुलिस के मुताबिक, हमलावर चीनी जोड़े के घर में घुसे और फायरिंग की. इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है। इस घर की फुटेज भी सामने आ गई है। एक चश्मदीद ने कहा- हमलावरों की दुश्मनी वहां मौजूद लोगों से नहीं, बल्कि एक चीनी कपल से थी और इस वजह से कई लोग मारे गए.
कुछ लोगों का कहना है कि इस मामले में स्थानीय मादक पदार्थ तस्करी भी शामिल है। कोरोना के बाद अमेरिका और यूरोप में चीनी नागरिकों पर हमले तेजी से बढ़े हैं।