तुर्की में 7.8 तीव्रता के भूकंप के बाद कई देशों में महसूस किए गए झटके, देखें
तुर्की में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। भूकंप के झटके नूर्दगी से 23 किमी पूर्व में महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 7.8 मापी गई। हालांकि, नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी ने भूकंप की तीव्रता 7.5 बताई है। फिलहाल किसी तरह के नुकसान की खबर नहीं है। अधिक जानकारी की प्रतीक्षा है।
भूकंप कैसे आते हैं?
भूकंप का मुख्य कारण पृथ्वी के अंदर प्लेटों का आपस में टकराना है। पृथ्वी के अंदर सात प्लेटें हैं जो लगातार घूम रही हैं। जब ये प्लेटें किसी बिंदु पर टकराती हैं तो फॉल्ट लाइन जोन बन जाता है और सतह के कोने मुड़ जाते हैं। सतह के कोण के कारण वहां दबाव बढ़ जाता है और प्लेटें टूटने लगती हैं। जैसे ही ये प्लेटें टूटती हैं, अंदर की ऊर्जा अपना रास्ता खोज लेती है, जिससे पृथ्वी हिलती है और जिसे हम भूकंप कहते हैं।
भूकंप की तीव्रता
रिक्टर पैमाने पर 2.0 से कम तीव्रता वाले भूकंप को सूक्ष्म के रूप में वर्गीकृत किया जाता है और इसे महसूस नहीं किया जा सकता है। दुनिया भर में प्रतिदिन रिक्टर पैमाने पर माइक्रो रेंज के 8,000 भूकंप दर्ज किए जाते हैं।
इसी तरह 2.0 से 2.9 की तीव्रता वाले भूकंप को माइनर कैटेगरी में रखा जाता है। रोजाना 1,000 ऐसे भूकंप आते हैं, जिनका हमें आमतौर पर अनुभव भी नहीं होता।
3.0 से 3.9 तीव्रता के बहुत हल्के भूकंप एक वर्ष में 49,000 बार दर्ज किए जाते हैं। उन्हें महसूस किया जाता है लेकिन शायद ही कभी कोई नुकसान होता है।
दुनिया भर में रिक्टर पैमाने पर 4.0 से 4.9 की तीव्रता वाले हल्की श्रृंखला के भूकंप साल में लगभग 6,200 बार आते हैं। इन झटकों को महसूस किया जाता है और इसके कारण घर की वस्तुएं हिलती हुई दिखाई देती हैं। हालांकि, वे मामूली नुकसान पहुंचाते हैं।