पहले दिन थिएटर में थे सिर्फ 20-30 लोग, फ्लॉप होने वाला था फिर ऐसे चमकी किस्मत
शाहरुख खान से लेकर सलमान खान तक किसी को भी देख लीजिए उनके करियर का एकमात्र आकर्षण उनके जीवन का वह क्षण था जिसने उन्हें जमीन पर और लोगों के दिलों में स्थापित किया। किसी ने सच ही कहा है कि सही समय और सही मौका इंसान की जिंदगी बदल सकता है। सालों पहले मनोज बाजपेयी को फिल्म सत्या से वो मौका मिला था। जिसने न सिर्फ उन्हें स्टार बना दिया बल्कि हिंदी सिनेमा का दिग्गज सितारा भी बना दिया जो अब हमेशा हिंदी सिनेमा के आसमान पर चमकता रहेगा. उस फिल्म को अब 25 साल हो गए हैं जिसने मनोज को सुर्खियों में ला दिया था।
सत्या कई सितारों के साथ 3 जुलाई 1998 को रिलीज़ हुई थी। मनोज बाजपेयी और उर्मीला मातोंडकर के अलावा शेफाली शाह, जेडी चक्रवर्ती, सौरभ शुक्ला और परेश रावल जैसे दिग्गज कलाकार भी फिल्म का हिस्सा थे. जिन्हें उनके किरदारों में काफी पसंद भी किया गया. फिल्म में मनोज बाजपेयी का सबसे चर्चित किरदार भीखू म्हात्रे था। हालाँकि, यह फिल्म आज भी बेहतरीन फिल्मों में से एक है। लेकिन जब ये रिलीज हुई तो फ्लॉप होने की कगार पर थी.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, शुरुआत में सिर्फ 20-30 लोग ही फिल्म देखने पहुंचे। वहीं, पहले कुछ दिनों तक ऐसा ही सिलसिला जारी रहा, जिसके चलते फिल्म फ्लॉप होने की कगार पर पहुंच गई थी। लेकिन फिर न जाने क्या चमत्कार हुआ कि देखते ही देखते सिनेमाघरों में भीड़ बढ़ने लगी. जिस फिल्म के फ्लॉप होने के कयास लगाए जा रहे थे उसने बॉक्स ऑफिस पर कमाई शुरू कर दी. और एक वक्त ऐसा भी आया जब 2.5 करोड़ में बनी इस फिल्म ने 18 करोड़ से ज्यादा की कमाई की. फिल्म ब्लॉकबस्टर हिट रही और बॉलीवुड को मनोज बाजपेयी जैसा स्टार मिल गया।