बांझपन की रामबाण औषधि हर तरह का बाँझपन होगा ठीक सिर्फ 1 महीने में बिल्कुल आसान घरेलू तरीका
रामबाण किसी औरत को लड़का या लड़की नहीं होते उन्हें काफी मशक्कत करनी पड़ती है गांव घरों के बाकी औरत भी उन्हें नि संतान या बांझपन कह कर बुलाने लगती हैं आप लोगों को पता ही होगा बच्चे के बिना हर किसी को अकेलापन महसूस होता है।अगर उनकी जिंदगी में बच्चे ना हो तो उन्हें काफी ताने सुनने पड़ते हैं घरवालों के गांव के और बाहर के लोगों के जैसे कि अगर आपके गांव घरों में ऐसी औरतें होंगी तो आप आप सबको पता ही होगा जिससे बांझपन दूर किया जा सकता है।
वैज्ञानिक अपनी सूझबूझ से कुदरत की कॉपी कर रहे हैं कुदरत ने खुद सारी चीजें
अपने आप बनाई और अब इंसान बना रहा है ऐसे ही इंडियन वर्ग यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों का कहना है
कि उन्होंने लाइब्रेरी में इंसान के अंडे विकसित कर लिए हैं। नंदू को विकसित करना इतना जटिल है
कि अभी तक सिर्फ 20 फ़ीसदी अंडे विकसित हो सके हैं।
इन अंडों को विकसित करने के लिए ऑक्सीजन और हारमोंस के अलावा प्रोटीन की भी जरूरत पड़ती है
लड़कियों के किशोरावस्था होने पर यही अंडे हर महीने एक एक करके विकसित होते हैं
जिसे मानसिक चक्र कहा जाता है। अब वैज्ञानिक इन अंडों को बाहर लैब में भी रखकर
विकसित कर सकता है वैज्ञानिकों का कहना है कि इन अंगों को विकसित करने से
कैंसर का भी इलाज किया जा सकता है हालाकी इस तकनीक को इस्तेमाल करने से पहले अभी सर काफी चर्चा हो रही है।
वैज्ञानिकों का कहना है कि आपकी अंडे के प्रयोग से औरतों में जो बांझपन की समस्या आती थी
अब उनकी समस्या नहीं आएगी इस तकनीकी को प्रयोग करने में कुछ दिन तो लगेंगे ही
लेकिन इससे बांझपन बिल्कुल ही आसानी से दूर किया जा सकता है
और इस अंडे से कैंसर भी दूर हो सकती है तो आप लोग घबराएं नहीं
अब वैज्ञानिकों ने बांझपन को दूर करने की समस्या को ढूंढ निकाला है।