महाभारत का ऐसा सच जो आया सामने आप भी नहीं जानते वो सच
आपने Mahabharat तो देखी होगी, जिसमें कौरव और पांडवों में हुए युद्ध भी देखा होगा। इसमें कर्ण के मर जाने के बाद पांडवों की माता कुन्ती उसके शव पर विलाप करने लगी। युधिष्ठिर ने अपनी माता कुन्ती से सवाल किया। की माता आप हमारे शत्रु के शव पर विलाप क्यों कर रही हो?
कुंती ने कहा कि यह तुम्हारा शत्रु नहीं तुम्हारा ज्येष्ठ भ्राता हैं। यह सुन युधिष्ठिर ने कहा आपने हमें अपने भ्राता का हत्यारा बना दिया। आपने हमें क्यों नहीं बताया कि कर्ण हमारा ज्येष्ठ भ्राता हैं।
तत्पश्चात युधिष्ठिर ने सभी नारी समाज को श्राप देते हुए कहा कि आज के बाद कोई भी नारी अपने हृदय में किसी प्रकार की कोई बात नहीं छिपा पाएगी। तब से आज तक कोई भी स्त्री अपने हदय में कोई बात छुपा नहीं पाई।
दोस्तों आपको आज पता चला होगा कि युधिष्ठिर के द्वारा दिया गया श्राप कितना फायदेमंद रहा जिससे कोई भी नारी अपने हृदय में कोई बात नहीं छिपा पाती।