छोटे बच्चे भी होते हैं मानसिक तनाव के शिकार, माता-पिता को सावधान रहना चाहिए
सामान्य तौर पर हम सोचते हैं कि वयस्क मानसिक दबाव और तनाव के शिकार होते हैं। लोग छोटे बच्चों की स्थिति संबंधी समस्याओं को नजरअंदाज कर देते हैं। शोधकर्ताओं के अनुसार, हर माता-पिता को अपने बच्चों के व्यवहार पर ध्यान देना चाहिए।
शोध में कहा गया है कि यह समस्या विशेष रूप से 14-18 वर्ष की आयु के बीच देखी जाती है। इसलिए, माता-पिता को इस समय अपने बच्चे के व्यवहार पर ध्यान देना चाहिए। न केवल माता-पिता, बल्कि शिक्षकों को भी ध्यान देना चाहिए।
* शोधकर्ता के अनुसार, घर में माता-पिता के बीच होने वाले झगड़े, छोटी-मोटी बहस और माता-पिता का आज जागते रहने का फैसला बच्चों में मानसिक तनाव का कारण बनता है।
*कभी-कभी छोटे बच्चे के संवेदनशील मन में कुछ मानसिक तनाव होता है, जो बड़े होने पर उसके दिमाग पर गहरा दबाव डालता है। इसलिए जरूरी है कि छोटी उम्र से ही बच्चे के करीब रहें और उनके बारे में सब कुछ जानें। जिससे उसे मानसिक तनाव से बाहर निकलने में मदद मिलेगी।
* आजकल बच्चे लंबे समय तक अपने मोबाइल में व्यस्त रहते हैं l जिससे उनका मानसिक तनाव बढ़ता है l इसलिए बच्चों को आउटडोर गेम्स की ओर आकर्षित करें l जिससे उनका मस्तिष्क स्वस्थ रहता है l
* शोधकर्ता के अनुसार, पहले दिन से स्वस्थ मानसिक स्थिति के लिए माता-पिता को अपने बच्चों में अच्छी आदतें डालनी चाहिए।