अरुणाचल प्रदेश, तवांग में हालात काबू में, जवानों को मामूली चोट पहली बार आया भारतीय सेना का बयान
अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में ‘वास्तविक नियंत्रण रेखा’ (एलएसी) पर चीन के साथ हालिया झड़प पर भारतीय सेना का पहला बयान सामने आया है। चीफ ऑफ स्टाफ ईस्टर्न कमांड राणा प्रताप कलिता ने कहा कि हमारी सेना ने राज्य के तवांग सेक्टर में चीनी सेना को बहुत करारा जवाब दिया। हालांकि कुछ जवानों को मामूली चोटें आई हैं।
लेफ्टिनेंट जनरल राणा प्रताप कलिता ने कहा कि किसी को भड़काने की जरूरत नहीं है, क्योंकि हम भरोसा दिलाते हैं कि हमारी सीमा पर हमारा पूरा नियंत्रण है और किसी भी झूठी खबर पर ध्यान न दें. उन्होंने कहा कि बुमला में फ्लैग मीटिंग कर मामला सुलझा लिया गया है और दोनों देशों की सेनाएं अब इस मामले में आगे नहीं बढ़ रही हैं. अब स्थिति हमारे नियंत्रण में है।
वायु सेना का अभ्यास
बता दें कि पूर्वी लद्दाख में गतिरोध के बाद से सेना और वायु सेना दो साल से अधिक समय से अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम क्षेत्र में एलएसी पर परिचालन तैयारी कर रही है। चीन के साथ तनाव के बीच वायुसेना ने गुरुवार को पूर्वोत्तर क्षेत्र में बड़ा अभ्यास शुरू किया। इस अभ्यास में राफेल लड़ाकू विमान भी शामिल थे। इस क्षेत्र में तैनात लगभग सभी सीमावर्ती लड़ाकू विमान और अन्य संसाधन इस दो दिवसीय विशाल अभ्यास में शामिल थे।
इससे पहले, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को संसद को बताया था कि चीनी सैनिकों ने नौ दिसंबर को यांग्त्ज़ी सेक्टर में तवांग सेक्टर में एकतरफा स्थिति बदलने का प्रयास किया था, जिसका भारतीय सैनिकों ने जोरदार जवाब दिया था और उन्हें पीछे हटने के लिए मजबूर किया था। मुठभेड़ में कोई जवान शहीद नहीं हुआ और कोई गंभीर रूप से घायल नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि राजनयिक स्तर पर भी इस मुद्दे को चीन के सामने उठाया गया है और इस तरह की कार्रवाई पर रोक लगा दी गई है।