रूस ने यूक्रेनी हमले का आरोप अपने ही सैनिकों पर लगाया, मोबाइल फोन के इस्तेमाल को जिम्मेदार ठहराया
यूक्रेन के मिसाइल हमले में 89 सैनिकों के मारे जाने के बाद रूस के रक्षा मंत्री ने अपने ही सैनिकों को दोषी ठहराया है। उनका कहना है कि मोबाइल फोन के अवैध इस्तेमाल की वजह से ही यूक्रेन हमला कर पाया। रूस ने पहले कहा था कि उसके 63 सैनिक मारे गए हैं। बाद में जब लोगों का गुस्सा फूटा तो रक्षा मंत्रालय ने बयान जारी किया। आपको बता दें कि यूक्रेन में अधूरे अभियान को लेकर रूस के भीतर काफी आलोचना हो रही है. वहीं, लोगों का गुस्सा रक्षा विभाग पर फूट रहा है।
रॉयटर्स के अनुसार, रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि यूक्रेन से चार मिसाइलें रूस के कब्जे वाले डोनेट्स्क से सटे शहर मकीवेका में एक व्यावसायिक कॉलेज के पास एक अस्थायी बैरक पर गिरीं। रक्षा मंत्रालय का कहना है कि रूसी सैनिक बड़े पैमाने पर अवैध मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते हैं। जिसकी वजह से यूक्रेन सैनिकों को निशाना बनाता है।
रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है, “फोन के अवैध इस्तेमाल से यूक्रेन को सैनिकों को ट्रैक करने और लक्ष्यों की पहचान करने में मदद मिलती है।” उधर, यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने अपने संबोधन में किसी तरह के हमले का जिक्र नहीं किया। उन्हें रूस से बड़े हमले की आशंका थी। उन्होंने कहा कि हार का सामना करते हुए रूस इसे हर हाल में जीत में बदलने की कोशिश करेगा। वह किसी भी हथियार का इस्तेमाल कर सकता है। हालांकि, यूक्रेन इसे रोकने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
रूस ने हमले की आधिकारिक जांच के आदेश दिए हैं। रूसी युद्ध संवाददाता शिमोन पेगोव ने रूसी रक्षा मंत्रालय के इस बयान पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि यूक्रेन ने ड्रोन और खुफिया जानकारी के जरिए रूसी सैनिकों पर नजर रखी। इसमें मोबाइल फोन की कोई भूमिका नहीं है। उन्होंने कहा कि मोबाइल फोन द्वारा बनाई गई कहानी भरोसे के लायक नहीं है। यह एक ऐसा समय है जब जांच के नतीजे आने तक चुप रहना बेहतर है।