RICE EXPORT BAN: देश में चावल की आपूर्ति के लिए सरकार ने उठाया बड़ा कदम, गैर-बासमती चावल के निर्यात पर लगाई रोक
RICE EXPORT BAN: टमाटर की कीमत नियंत्रित करने के बाद सरकार खाद्य पदार्थों की उपलब्धता और कीमतों को लेकर सतर्क हो रही है. इसीलिए पिछले दिनों प्याज का स्टॉक 20 फीसदी तक बढ़ गया था और अब सरकार ने चावल की उपलब्धता और कीमत को नियंत्रित करने के लिए चावल के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है।
टमाटर की कीमत 400 रुपये प्रति किलो तक पहुंचने के बाद सरकार को सब्सिडी के साथ 90 रुपये प्रति किलो की कीमत पर टमाटर बेचना पड़ा. पहले अल नीनो और बाद में भारी बारिश के कारण सब्जियों के दाम बढ़े. टमाटर की कीमतों पर नियंत्रण के बाद सरकार ने पिछले दिनों सावधानी पूर्वक प्याज का स्टॉक 20 फीसदी तक बढ़ा दिया है. अब केंद्र सरकार ने चावल की उपलब्धता बनाए रखने के लिए इसके निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है।
भारतीय बाजार में गैर-बासमती सफेद चावल की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने और घरेलू बाजार में मूल्य वृद्धि को रोकने के लिए, केंद्र सरकार ने उपरोक्त किस्म की निर्यात नीति में संशोधन किया है और इसे तत्काल प्रभाव से ‘प्रतिबंधित’ श्रेणी में डाल दिया है।
घरेलू बाजार में चावल की कीमत में तेजी का रुख है। खुदरा बाज़ार में कीमतें एक साल पहले से 11.5 प्रतिशत और पिछले महीने से 3 प्रतिशत बढ़ीं। देश के कुल चावल निर्यात में गैर-बासमती सफेद चावल की हिस्सेदारी 25 प्रतिशत है। गैर-बासमती सफेद चावल के निर्यात पर प्रतिबंध लगाने से देश में उपभोक्ताओं के लिए इसकी कीमत कम हो जाएगी।
चावल का निर्यात बढ़ने का कारण
कीमतों को कम करने और घरेलू बाजार में पर्याप्त उपलब्धता बनाए रखने के लिए सितंबर 2022 से गैर-बासमती सफेद चावल पर 20 प्रतिशत का निर्यात शुल्क लगाया गया था। इसके बावजूद वित्त वर्ष 2023-24 की अप्रैल-जून तिमाही में गैर-बासमती सफेद चावल का निर्यात पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 35 फीसदी बढ़ गया.
निर्यात में वृद्धि के लिए भू-राजनीतिक मुद्दे, अल-नीनो का प्रभाव और दुनिया के चावल उत्पादक देशों में कठिन जलवायु परिस्थितियाँ आदि जिम्मेदार हैं।
गैर-बासमती सफेद चावल निर्यात सांख्यिकी
- सितंबर-मार्च 2021-22 में 33.66 लाख मीट्रिक टन गैर-बासमती सफेद चावल का निर्यात किया गया।
- सितंबर-मार्च 2022-23 में 42.12 लाख मीट्रिक टन गैर-बासमती सफेद चावल का निर्यात किया गया।
- वित्तीय वर्ष 2022-23 में अप्रैल-जून अवधि में 11.55 लाख मीट्रिक टन चावल का निर्यात किया गया.
- चालू वित्त वर्ष 2023-24 में अप्रैल-जून अवधि के दौरान 15.54 लाख मीट्रिक टन चावल का निर्यात किया गया। यानी निर्यात में 35 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है.