पीएम मोदी ने साइबर क्राइम पर जताई चिंता, कहा- डार्क नेट-मेटावर्स का फायदा उठा रहे हैं आतंकी संगठन
पीएम मोदी ने लगातार बढ़ते साइबर क्राइम पर चिंता जताई. पीएम मोदी ने कहा कि लगातार बढ़ते साइबर अपराध सामाजिक और भू-राजनीतिक तनाव पैदा कर सकते हैं. एक साक्षात्कार में साइबर अपराध से निपटने के लिए वैश्विक सहयोग का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि आतंकवादी संगठन कट्टरपंथ के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग कर रहे हैं और डार्क नेट, मेटावर्स और क्रिप्टोकरेंसी प्लेटफॉर्म जैसे उभरते डिजिटल तरीकों का फायदा उठा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि साइबर अपराध के सामाजिक, भू-राजनीतिक प्रभाव हो सकते हैं और इससे निपटने के लिए वैश्विक सहयोग की जरूरत है. उन्होंने कहा कि विश्व बैंक का अनुमान है कि 2019-2023 के दौरान साइबर हमलों से दुनिया को लगभग 5.2 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर का नुकसान हो सकता है, लेकिन इसका प्रभाव केवल वित्त तक ही सीमित नहीं है। इसके सामाजिक और भू-राजनीतिक प्रभाव भी हो सकते हैं, जो बेहद चिंताजनक है।
पीएम मोदी ने कहा कि आतंकी संगठन कट्टरवाद के लिए तकनीक का इस्तेमाल कर रहे हैं. आतंकवादी मनी लॉन्ड्रिंग और ड्रग आय का उपयोग फंडिंग के रूप में कर रहे हैं और अपने नापाक उद्देश्यों के लिए डार्क नेट, मेटावर्स और क्रिप्टोकरेंसी प्लेटफॉर्म जैसे उभरते डिजिटल तरीकों का उपयोग कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि साइबर आतंकवाद, ऑनलाइन उग्रवाद, मनी लॉन्ड्रिंग से लेकर ड्रग्स और आतंकवाद तक, वे पैसे ट्रांसफर करने के लिए नेटवर्क प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर रहे हैं। साइबर स्पेस ने अवैध वित्तीय गतिविधियों और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एक नया आयाम पेश किया है। उन्होंने कहा कि साइबर हमले देश के सामाजिक ताने-बाने पर भी असर डाल सकते हैं