फोन टैपिंग मामला: अभी तक नहीं पहुंचे राजस्थान सीएम के ओएसडी
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का फोन टैप कराने के मामले में अपराध शाखा ने एक बार फिर मुख्यमंत्री के ओएसडी लोकेश शर्मा को पूछताछ के लिए नोटिस भेजा है। उन्हें सोमवार सुबह 11 बजे अपराध शाखा के प्रशांत विहार स्थित दफ्तर में पेश होने का नोटिस भेजा गया है। वहीं खबर लिखे जाने तक लोकेश अपराध शाखा के दफ्तर नहीं पहुंचे।
अपराध शाखा के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, इससे पूर्व भी अपराध शाखा तीन से चार बार उन्हें नोटिस भेज चुकी है, लेकिन अभी तक वह जांच में शामिल होने नहीं पहुंचे हैं। उनकी गिरफ्तारी पर आगामी 13 जनवरी तक हाई कोर्ट ने रोक लगा रखी है। पुलिस के अनुसार, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के फोन टैपिंग मामले में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी लोकेश शर्मा को क्राइम ब्रांच ने मुख्य आरोपित बनाया है।
पुलिस टीम ने इस मामले में पूछताछ के लिए कई बार लोकेश शर्मा को नोटिस भेजा लेकिन वह उनके समक्ष पेश नहीं हुए। उन्हें पहला नोटिस बीते 22 अक्टूबर को भेजा गया था। उन्हें दोपहर 11 बजे पेश होने के लिए कहा गया था। अपराध शाखा के अधिकारी दिन भर उनका इंतजार करते रहे लेकिन वह पेश होने नहीं पहुंचे।
उसके बाद अपराध शाखा ने उन्हें दूसरा नोटिस 12 नवंबर को भेजा था। नोटिस में यह भी कहा गया था कि अगर इस वह पेश नहीं होते हैं तो पुलिस उनके खिलाफ एक्शन लेगी। इस नोटिस के मिलने के बाद लोकेश शर्मा की तरफ से एक बार फिर दिल्ली हाई कोर्ट का रुख किया गया था जहां से उन्हें राहत मिल गई। हाई कोर्ट ने 13 जनवरी तक उनकी गिरफ्तारी पर रोक लगा दी थी।
अपराध शाखा के सूत्रों का कहना है कि इसके बाद भी पूछताछ के लिए लोकेश शर्मा को दो बार नोटिस भेजा गया है लेकिन वह जांच में शामिल होने के लिए अपराध शाखा के समक्ष पेश नहीं हुए हैं। पुलिस को यह भी साफ है कि वह 13 जनवरी तक लोकेश शर्मा को गिरफ्तार नहीं कर सकते हैं। इसलिए उन्हें एक बार फिर सोमवार सुबह पूछताछ में शामिल होने के लिए अपराध शाखा ने नोटिस भेजा है।