‘घुसपैठियों’ वाले पीएम मोदी के बयान पर ओवैसी का पलटवार, ‘हिटलर नहीं बल्कि भारत के वजीर-ए-आजम’ बोलते हैं
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है. इस दौरान उन्होंने पीएम मोदी के उस बयान पर हमला बोला, जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर कांग्रेस केंद्र की सत्ता में आई तो वह देश की संपत्ति ‘घुसपैठियों’ को दे देगी. इस बीच, ओवैसी ने पीएम पर वोट पाने के लिए मुसलमानों के साथ दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया। है उन्होंने यह भी कहा कि पीएम के भाषण को देखकर ऐसा लग रहा था जैसे भारत के प्रधानमंत्री नहीं बल्कि हिटलर बोल रहे हों.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नरेंद्र मोदी के बयान पर असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि आप प्रधानमंत्री हैं. आप इस देश के प्रधानमंत्री हैं. आप देश के वजीर हैं, आजम कोई चौपाल के नेता नहीं हैं. औवेसी ने कहा कि पीएम कहते हैं कि हम ज्यादा बच्चे पैदा करते हैं. उन्होंने कहा कि क्या आपके 6 भाई नहीं हैं? अमित शाह की 6 बहनें नहीं हैं, दुख है कि आप देश के प्रधानमंत्री हैं.
पीएम मोदी झूठ बोल रहे हैं कि सबका साथ सबका विकास-ओवैसी
हिंदुस्तान के वजीर-ए-आजम, 133 करोड़ की जनता के वजीर-ए-आजम, जो झूठ बोलते हैं और कहते हैं सबका साथ, सबका विकास.. लेकिन कल नरेंद्र मोदी का भाषण देखने के बाद लगा कि हिंदुस्तान के वजीर-ए-आजम आजम नहीं हैं लेकिन यह हिटलर है जो बोल रहा है। रैली को संबोधित करते हुए ओवैसी ने कहा कि मैं आपको याद दिला रहा हूं कि मैंने संसद सत्र के दौरान कहा था कि आज भारत के मुसलमान 1930 के दशक के यहूदियों की तरह हैं जो जर्मनी में यहूदी थे। उनके साथ अपने जैसा व्यवहार करें.
औवेसी ने कहा कि जब हिटलर ने यहूदियों को गैस चैंबर में डालकर मार डाला था. औवेसी ने कहा कि पीएम मोदी आप आज प्रधानमंत्री हैं. आप इस देश के पीएम हैं, आपसे इस तरह की बकवास की उम्मीद नहीं है.
क्या बात है आ?
आपको बता दें कि रविवार को राजस्थान के बांसवाड़ा में एक रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के उस बयान की आलोचना की थी, जिसमें उन्होंने कहा था कि देश की संपत्ति पर पहला हक मुसलमानों का है. पीएम मोदी ने कहा, ”कांग्रेस का ये घोषणापत्र कह रहा है कि हम माताओं-बहनों का सोना गिनेंगे, जानकारी लेंगे और फिर उनको बांटेंगे जिनको मनमोहन सिंह सरकार ने कहा था कि पहला हिस्सा मिलेगा. संपत्ति पर।” हक मुसलमानों का है