नए साल का तोहफा : अपने प्रदेश की आम जनता को कुछ खास तोहफा देंगे सीएम योगी
देश विदेश नए साल के मौके पर सूबे की योगी सरकार प्रदेश की जनता को एक बड़ा तोहफा देने जा रही है जिसके तहत नव वर्ष पर प्रदेश सरकार उ.प्र. की जनता को मुख्यमंत्री हेल्प लाइन न.1076 की सौगात देगी। फैजाबाद कलेक्ट्रेट सभागार में आयुक्त मनोज मिश्र ने लेवल-2 तथा जिलाधिकारी अनिल पाठक ने लेवल-1 स्तर के अधिकारियो को प्रशिक्षण देते हुए बताया कि मुख्यमंत्री हेल्फ लाइन 1076 के तहत प्रदेश में 500 सीटो के काल सेन्टर की स्थापना मुख्यालय पर कर दी गयी है जिसकी शुरूआत प्रदेश में नव वर्ष के प्रथम पखवारे में होगी। यह हेल्प लाइन नम्बर 24×7 खुला रहेगा जिसमे 500 काल सेन्टर ऐजेन्ट तैनात रहेंगे। इसे 2 सेगमेन्ट में बाॅटा गया है प्रथम सेगमेन्ट में 350 काल सेन्टर ऐजेन्ट शिकायतो को सुनकर सम्बन्धित विभाग/लेवल-1 को ट्रान्सफर करेंगे तथा दूसरे सेगमेन्ट में 150 काल सेन्टर ऐजेन्ट होंगे जो निस्तारित शिकायतो का सम्बन्धित व्यक्ति से फीड बैक लेंगे।
प्रदेश की जनता के लिए बेहद लाभकर होगी ये नयी सेवा मिलेगी ज़रुरतमंदों को मदद
आयुक्त व जिलाधिकारी श्री पाठक ने बताया कि कोई भी व्यक्ति किसी भी स्थान से अपने मोबाइल से मुख्यमंत्री के हेल्पलाइन के टोल फ्री नम्बर 1076 पर शिकायत दर्ज करा सकता है।इसके लिए उसे 1076 पे काल करनी होगी। काल सेन्टर के सदस्य आपकी समस्या को सुनने के बाद और जिस विभाग से शिकायत जुड़ी होगी उसकी सारी जानकारी अपने पास नोट करके सम्बन्धित विभाग के अधिकारी/लेवल-1 अधिकारी के पास भेजेंगे। इस हेल्फ लाइन नम्बर पर 100, 102, 108, 1090 आदि सम्बन्धित शिकायते आयेगी तो उसे सम्बन्धित हेल्फ लाइन को स्थानान्तरित कर दिया जायेगा। उनके शिकायत के निस्तारण के पश्चात काल सेन्टर द्वारा शिकायत कर्ता से पुनः फीड बैक लिया जायेगा। शिकायत कर्ता के सन्तुष्ट न होने पर उनके असन्तुष्ट होने के कारण सहित शिकायत पुनः सम्बन्धित अधिकारी को भेजी जायेगी।
बड़े पैमाने पर कर्मचारियों की तैनाती कर मज़बूत की जाएगी व्यवस्था
दोनो अधिकारियो ने बताया कि अभी तक आई.जी.आर.एस. के तहत दर्ज शिकायत शासन से नीचे के अधिकारियो को भेजी जाती थी जिसमें समय अधिक लगता था। अब शिकायते काल सेन्टर से सीधे लेवल-1 अथवा सम्बन्धित शिकायत के निस्तारित अधिकारी को सीधे भेज दी जायेगी.लेवन-1 के अधिकारियो की शिकायत के निस्तारण की समय सीमा 15 दिन है यदि उसके स्तर से निस्तारण नही हो पाता है तो वह स्वतः लेवल-2 स्तर के अधिकारी को चली जायेगी। आई.जी.आर.एस. की तरह गलत मार्क पर सम्बन्धित अधिकारी द्वारा काल सेन्टर को वापस कर दी जायेगी. यदि कोई शिकायत कर्ता बार-बार आधारहीन शिकायत कर्ता है तो इस तरह शिकायत को स्पेशल क्लोज करने का अधिकार लेवल-3 व 4 के अधिकारियो में निहित होगी जिसकी समीक्षा मुख्यमंत्री द्वारा स्वंय की जायेगी। दोनो अधिकारियो ने बताया कि लेवल-1 के अधिकारी अनावश्यक रूप से बिना उचित कारण के शिकायत लेवल-2 स्तर के अधिकारियो को नही भेजेंगे।लेवल-2 तथा लेवल-3 के अधिकारी लेवन-1 के स्तर पर प्राप्त शिकायत तथा निस्तारण की समीक्षा करेंगे तथा शिकायत निस्तारण की गुणवत्ता भी देंखेगे।
सीधे मुख्यमंत्री तक पहुंचेंगी जनता की समस्याएं
दोनो अधिकारियो ने बताया कि ब्लाक स्तरीय, तहसील स्तरीय तथा जिला स्तरीय अधिकारी लेवल-1 के अधिकारी होंगे। शासन द्वारा योजनावार शिकायत के निस्तारण हेतु लेवल-1, 2, 3 व लेवल-4 का स्तर निर्धारित किया गया है। प्रशिक्षण में सभी अधिकारियो कोे मुख्यमंत्री हेल्पलाइन नम्बर 1076 का लहसील दिवस में, मीडिया के द्वारा और स्वंय अपने स्तर से प्रचार-प्रसार कराने के निर्देश दिये गये.जिलाधिकारी ने कहा कि सभी अधिकारी/कर्मचारी अपने अन्दर व्यापकता लाये, अपना कार्यक्षेत्र के कार्यो को समयबद्ध तरीके से पूर्ण करे. उन्होंने कहा कि कार्यालय के मुखिया होने के नाते सभी अधिकारी अपने अधीनस्त कर्मचारियो का भी मार्ग दर्शन करें। प्रशिक्षण बताया गया कि आई.आर.जी.एस. पोर्टल पर मुख्यमंत्री हेल्पलाइन नम्बर के अतिरिक्त एन्टी भू-माफिया और आर्थिक मदद के सन्दर्भ भी जोड़े गये है।
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