नेशनल साइंस डे यानी राष्ट्रीय विज्ञान दिवस क्यों मनाया जाता है कारण जान कर गर्व होगा
रोचक बातें: भारत में 28 फरवरी को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाया जाता है। इसका मकसद सभी उम्र के लोगों के दिमाग में विज्ञान की मनोवृति के बारे में बताना है। 2016 की थीम ‘‘राष्ट्र की प्रगति के लिए वैज्ञानिक मुद्दे’’ थे जिसमे लोगों को जागरूक करने का जिम्मा था। यह दिन पूरे देश में वैज्ञानिक समारोह के जैसे मनाया जाता है जिसमे विज्ञान की प्रदर्शनी, सेमिनार और कई और प्रोग्राम किये जाते है।
राष्ट्रीय विज्ञान दिवस क्यों मनाया जाता है?
- यह दिन एक वैज्ञानिक चंद्रशेखर वेंकट रमन की 28 फरवरी 1928 को महत्वपूर्ण खोज की याद में मनाया जाता है।
- इस खोज को भौतिक विज्ञान में 1930 में नोबेल सम्मान से सम्मानित किया गया था।
- 2013 में अमेरिकी केमिकल सोसाइटी ने रमन इफेक्ट को अंतर्राष्ट्रीय ऐतिहासिक केमिकल लैंडमार्क का दर्जा दिया।
- 1986 में विज्ञान और तकनीकी कम्युनिकेशन की राष्ट्रीय परिषद् ने राष्ट्रीय सरकार से फरवरी 28 को भारत में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के रूप में मनाने की गुजारिश की।
- पहली बार राष्ट्रीय विज्ञान दिवस 28 फरवरी 2000 में मनाया गया।
रमन इफेक्ट
रौशनी की किरणे एक पारदर्शी पदार्थ से गुजरने के बाद बट जाती है। रौशनी के अलग होने के प्रोसेस को रमन स्कैटरिंग का नाम दिया गया और रौशनी अलग होने के कारण को रमन इफेक्ट कहा गया। इंसिडेंट रे आॅफ लाइट की तंरगे बिखरी हुई किरणों से अलग होती है ।
अपनी मन पसंद ख़बरे मोबाइल में पढ़ने के लिए गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड करे sabkuchgyan एंड्राइड ऐप- Download Now
दोस्तों अगर आपको हमारी यह जानकारी पसंद आई तो इस पोस्ट को लाइक करना ना भूलें और अगर आपका कोई सवाल हो तो कमेंट में पूछे हमारी टीम आपके सवालों का जवाब देने की पूरी कोशिश करेगी। आपका दिन शुभ हो धन्यवाद ।