‘सबसे ज्यादा तलाक लव मैरिज में होते हैं’ – सुप्रीम कोर्ट के जज की बड़ी टिप्पणी
बुधवार को सुप्रीम कोर्ट ने एक कपल के बीच वैवाहिक विवाद मामले की सुनवाई करते हुए लव मैरिज और तलाक पर बड़ी टिप्पणी की. इधर, जस्टिस बीआर गवई ने कहा कि तलाक के ज्यादातर मामले प्रेम विवाह में हो रहे हैं.
बार एंड बेंच की रिपोर्ट के मुताबिक, जस्टिस बीआर गवई और जस्टिस संजय करोल की दो सदस्यीय बेंच वैवाहिक विवाद से जुड़ी एक ट्रांसफर याचिका पर सुनवाई कर रही थी. इस बीच, मामले में एक पक्ष के वकील ने अदालत को सूचित किया कि जोड़े ने प्रेम विवाह किया था। इसके जवाब में जस्टिस गवई ने कहा, ‘ज्यादातर तलाक लव मैरिज में हो रहे हैं.’
रिपोर्ट के मुताबिक, कोर्ट ने फिर से मामले में मध्यस्थता का प्रस्ताव रखा, लेकिन महिला के पति ने इसका विरोध किया. इस पर कोर्ट ने कहा कि हाल ही में आए फैसले को देखते हुए वह उसकी मर्जी के बिना भी उसे तलाक दे सकता है। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने एक बार फिर दंपति को मध्यस्थता की सलाह दी।
आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में अपने एक फैसले में कहा है कि अगर शादी को जारी रखना असंभव हो जाता है तो वह अनुच्छेद 142 के तहत अपनी तरफ से तलाक का आदेश दे सकता है। इसके लिए फैमिली कोर्ट जाने और तलाक के लिए 6 महीने की निर्धारित अवधि का इंतजार करने की जरूरत नहीं है।