कोरोना वैक्सीन मुद्दे पर बौखलाई में मोदी सरकार, सरकार को आखिरकार देनी पड़ी सफाई
राजनीतिक दबाव में भारत बायोटेक की कोरोना वैक्सीन कोवेक्सिन को मंजूरी दिए जाने के आरोपों के बाद मोदी सरकार बौखला गई है। सरकार ने स्पष्ट किया है कि किसी राजनीतिक दबाव में वैक्सीन को मंजूरी नहीं दी गई और मीडिया में झूठ फैलाया जा रहा है। Covaxin की मंजूरी से पहले सभी दिशा-निर्देशों का पालन किया गया है।
भारत बायोटेक ने यह भी स्पष्ट किया है कि जिन लोगों को वैक्सीन या वैक्सीन साइंस की कोई जानकारी नहीं है वे कोवैक्सीन को लेकर गलत जानकारी फैला रहे हैं. ये लोग कोविड के दौरान भी गलत बातें फैला रहे थे।
सरकार के स्पष्टीकरण के बावजूद सोशल मीडिया पर अफवाहें उड़ रही हैं कि मोदी सरकार ने पूरी कोशिश करने का दबाव बनाकर वैक्सीन को मंज़ूरी दे दी है. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि भारत सरकार ने राजनीतिक दबाव के चलते जरूरी प्रक्रिया पूरी किए बिना ही स्वदेशी कोवैक्सीन के इस्तेमाल की इजाजत दे दी थी. कंपनी पर वैक्सीन का प्रोडक्शन बढ़ाने का दबाव था और उसके लिए नियमों की अनदेखी की गई।