इन स्त्रियों से विवाह करने वाले पुरुष हमेशा दुख झेलते हैं !
ज्योतिषशास्त्र में ग्रहों और नक्षत्रों को देखते हुए पुरुष के भूत और भविष्य की जानकारी मिलती है। इसी ज्योतिषशास्त्र में महिलाओं और पुरुषों के प्रकार बताई गए हैं। ज्योतिषशास्त्र में महिलाओं के पांच प्रकार बताए गए हैं –
शंखिनी स्त्री – ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इन स्त्रियों की हाइट अच्छी और इनकी नाक मोटी होती है। यह बोलती बहुत ज्यादा है तथा चुगली करने में भी माहिर होती है। इनकी आवाज गंभीर होती है, तथा इनकी उम्र भी लंबी होती है। यह हमेशा गुस्से में रहती है, और अपने साथी से भी हर बार नाराज हो जाती है यह दयालु नहीं होती तथा परिवार अलग रहना पसंद करती है इनकी जिंदगी का आखिरी समय बहुत मुश्किल होता है।
चित्रिणी स्त्री – यह स्त्री खूबसूरत होती हैं। आंखों में चंचलता मधुर भाषी तथा काले बाल वाली होती है। इन्हे संगीत, नृत्य, चित्रकला आदि में बहुत रूचि होती है। इन्हे सजने सवरने का भी शौक होता है। यह धार्मिक भी होती है, यह उपवास पूजा-पाठ और साधु संतों की सेवा में लगी रहती है। यह मेहनत नहीं होती मगर बहुत बुद्धिमान होती है।
हस्तिनी स्त्री – इन का रंग गोरा होता है तथा यह थोड़ी मोटी और थोड़ी आलसी होती है। इनका पति भी सुंदर होता है, इन्हें पुत्र होने की संभावना अधिक होती है। इन का मूड हमेशा बदलते रहता है कभी हंसमुख होती है तो कभी गुस्से में रहती हैं। इन्हें धर्म नहीं बल्कि भोग विलास से मतलब होता है। यह परिवार में क्लेश पैदा करती है।
पुंश्चली स्त्री – इनकी आंखे बड़ी-बड़ी तथा हाथ-पैर छोटे होते हैं यह कड़ी बातें करने वाली होती है। इन्हें अपने पति से ज्यादा दूसरे पुरुष प्रश्न आते हैं और इसलिए नहीं सम्मान नहीं मिलता इनका परिवार इनकी वजह से काफी दुखी रहता है।
पद्मिनी स्त्री – यह सुंदर आकर्षक मधुर भाषी और बड़ी बड़ी आंखों वाली होती हैं। यह सदा प्रसन्न चित्त रहती है तथा सभी से मित्रता और समानता का व्यवहार रखती है। पति से लेकर माता-पिता तक यह सभी की सेवा करती है। यह रिश्ते को लेकर बहुत समर्पित होती है जिसकी वजह से इनसे शादी करने वाला बहुत ही खुश किस्मत होता है।
तो यह थी वह पांच प्रकार की स्त्रियां जिनका वर्णन ज्योतिषशास्त्र में किया है। आप इनमे से कौन से प्रकार में आते हैं हमें कमेंट में जरूर बताएं धन्यवाद.