गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में मारिया ब्रान्यस का नाम सबसे बुजुर्ग जीवित महिला के रूप में दर्ज किया गया
गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराने के लिए लोग जी तोड़ मेहनत करते हैं, लेकिन स्पेनिश मूल की महिला मारिया ब्रन्यास मोरेरा ने सिर्फ जिंदा रहने की वजह से प्रतिष्ठित रिकॉर्ड बुक में जगह बना ली है। मोरेरा का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में सबसे उम्रदराज जीवित महिला के तौर पर दर्ज है।
मारिया मोरेरा 21 जनवरी 2023 को 115 साल 323 दिन की हैं। साल 2019 में कोरोना महामारी आई थी, हालांकि उससे 100 साल पहले 1918 में इस तरह का फ्लू फैला था और मोरेरा इसका गवाह था. मोरेरा नाम की यह बूढ़ी औरत दोनों विश्व युद्ध भी देख चुकी है।
भारत में आजादी से पहले पैदा हुए लोग खुद को बड़ा मानते हैं लेकिन मोरेरा की उम्र का क्या। उनका जन्म 4 मार्च 1907 को सैन फ्रांसिस्को, कैलिफोर्निया में हुआ था। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड ने मुरैना का नाम दुनिया की सबसे बुजुर्ग जीवित महिला के रूप में अपनी वेबसाइट पर घोषित किया है। उनसे पहले यह दर्जा फ्रांस की ल्यूसिल रेंडन के पास था। जिनका 17 जनवरी को निधन हो गया था। मृत्यु के समय उनकी आयु 118 वर्ष 340 दिन थी।
मोरेरा का जन्म सैन फ्रांसिस्को में हुआ था
मोरेरा का जन्म सैन फ्रांसिस्को में हुआ था, क्योंकि उनका परिवार उनके जन्म से कुछ समय पहले ही मेक्सिको से संयुक्त राज्य अमेरिका में आकर बस गया था। मोरेरा के जन्म के कुछ समय बाद, परिवार ने अपने मूल स्पेन लौटने का फैसला किया। वर्ष 1915 में प्रथम विश्व युद्ध छिड़ गया, जिससे अटलांटिक पार करने वाला उनका जहाज संकट में पड़ गया।
मोरेरा की सबसे छोटी बेटी 78 साल की हैं
मोरेरा की शादी चार दशकों तक चली। उनके पति का 72 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उनके तीन बच्चे थे, जिनमें से एक की मौत हो चुकी है। उनके 11 पोते-पोतियां हैं। मोरेरा की सबसे छोटी बेटी 78 साल की हैं। उन्होंने अपनी मां की लंबी उम्र का श्रेय उनके अनुवांशिकी को दिया। उनके अनुसार मोरेरा कभी अस्पताल में भर्ती नहीं हुए थे। कोविड होने के बावजूद उन्होंने खुद को एक कमरे में बंद कर लिया और सामान्य दिनचर्या से इस बीमारी को मात देने में कामयाब रहे.