महाराष्ट्र : शिवसेना के उद्धव गुट के आदित्य ठाकरे ने भगत सिंह कोश्यारी के इस्तीफे पर जताई खुशी
शिवसेना के उद्धव गुट के नेता आदित्य ठाकरे ने रविवार को महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के इस्तीफे का स्वागत करते हुए उन्हें ‘महाराष्ट्र विरोधी’ बताया। ठाकरे ने इसे ‘महाराष्ट्र के लिए एक बड़ी जीत’ करार दिया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने रविवार सुबह कोश्यारी का इस्तीफा स्वीकार कर लिया और झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस को नया राज्यपाल नियुक्त किया। आपको बता दें कि कोश्यारी ने एक महीने पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस्तीफा देने की इच्छा के बारे में बताया था।
आदित्य ठाकरे ने ट्वीट किया, ‘महाराष्ट्र विरोधी राज्यपाल का इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया है. उन्होंने लगातार छत्रपति शिवाजी महाराज, महात्मा ज्योतिबा फुले और सावित्रीबाई फुले का हमारे संविधान, सभा और लोकतांत्रिक आदर्शों का अपमान किया है। उन्हें राज्यपाल के रूप में स्वीकार नहीं किया जा सकता।’
कोश्यारी के इस्तीफे पर शिवसेना के दिग्गज नेता संजय राउत ने भी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, ‘राज्यपाल बदलना महाराष्ट्र पर एहसान नहीं है. इससे पहले भी कई राज्यपाल बदले हैं। एक साल हो गया है जब महाराष्ट्र के लोग शिवाजी महाराज और सावित्रीबाई फुले पर उनकी (बीएस कोश्यारी) टिप्पणियों के कारण राज्यपाल को बदलने की मांग कर रहे थे।’
नवंबर 2020 में कोश्यारी ने छत्रपति शिवाजी महाराज के बारे में विवादित बयान दिया था। उन्होंने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज बीते जमाने के आदर्श हैं। उन्होंने कहा कि इससे पहले जब आपसे पूछा गया कि आपका आदर्श कौन है? तब आपका उत्तर होगा सुभाष चंद्र बोस, गांधीजी और जवाहरलाल नेहरू। अब महाराष्ट्र में ही कई आदर्श हैं। आपको कहीं देखने की जरूरत नहीं है। यहां शिवाजी महाराज पुराने जमाने के आदर्श हैं। अब आधुनिक समय में डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर से लेकर डॉ. नितिन गडकरी जैसे लोग हैं। इस विवादित बयान से विवाद खड़ा हो गया