लोकसभा चुनाव: पीएम मोदी के खिलाफ इस नेता को उतार सकती है कांग्रेस, लिस्ट का ऐलान आज पर
लोकसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियां मंथन कर रही हैं. इसी कड़ी में गुरुवार को कांग्रेस केंद्रीय चुनाव समिति की अहम बैठक होने जा रही है. कयास लगाए जा रहे हैं कि इस बैठक के बाद कांग्रेस अपनी पहली लिस्ट का ऐलान कर सकती है. पहले चरण में कांग्रेस 110 से अधिक राज्यों के उम्मीदवारों के नामों की सूची जारी कर सकती है। सूत्रों की मानें तो पहली सूची में उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, छत्तीसगढ़, हरियाणा और दिल्ली समेत दक्षिणी राज्यों की कुछ अहम सीटों पर फैसला होना है. हालांकि, कांग्रेस पार्टी से जुड़े सूत्रों का यह भी कहना है कि इस सूची में उत्तर प्रदेश की रायबरेली और अमेठी सीट से भी उम्मीदवार तय किए जाएंगे.
केंद्रीय चुनाव समिति की इस बैठक में स्क्रीनिंग कमेटी के बाद तय किए गए नाम पर अंतिम फैसला हो सकता है. कांग्रेस पार्टी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि अलग-अलग राज्यों की स्क्रीनिंग कमेटी में तय किए गए नामों को चुनाव समिति के सदस्यों के सामने रखा जाएगा. उसके बाद उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की जायेगी. पार्टी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि अब तक की जानकारी के मुताबिक उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ बनारस से मैदान में उतारा जा सकता है. जानकारी के मुताबिक दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली को उत्तर पूर्वी दिल्ली से भारतीय जनता पार्टी के सांसद मनोज तिवारी के खिलाफ टिकट दिया जा सकता है. इसके अलावा पहली सूची में अखिल भारतीय महिला कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष अलका लांबा का टिकट भी फाइनल हो सकता है।
कांग्रेस पार्टी से जुड़े सूत्रों का मानना है कि पहली सूची में छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को राजनांदगांव से टिकट दिया जा सकता है. इसके अलावा हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र हुडडा के बेटे दीपेन्द्र हुडडा को रोहतक से टिकट दिया जाना तय माना जा रहा है. वहीं मध्य प्रदेश में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी को मैदान में उतारने की कोशिशें चल रही हैं. इसके अलावा कहा जा रहा है कि मध्य प्रदेश में पहली सूची में दिग्विजय सिंह से लेकर कांतिलाल भूरिया, सुरेश पचौरी और सज्जन सिंह वर्मा सभी को टिकट दिया जाएगा. कांग्रेस पार्टी से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, राजस्थान में दो बड़े नेताओं अशोक गहलोत और सचिन पायलट के नाम को लेकर स्थिति साफ नहीं है.
कांग्रेस पार्टी से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस पार्टी उम्मीदवारों के चयन में कई बारीकियों का अध्ययन कर रही है. कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता का कहना है कि इस बार पार्टी इंडी गठबंधन में बड़ी मजबूती के साथ राजनीतिक मैदान में उतरी है. यही वजह है कि माना जा रहा है कि पार्टी न सिर्फ जिताऊ उम्मीदवार को टिकट देगी बल्कि जातीयता के आधार पर भी टिकट का फैसला करेगी. इसके अलावा यह भी तय माना जा रहा है कि इस बार ज्यादातर सांसदों को दोबारा टिकट दिया जा सकता है. फिलहाल कांग्रेस की 16 सदस्यीय केंद्रीय चुनाव समिति ऐसे महत्वपूर्ण मुद्दों के आधार पर उम्मीदवारों के चयन का फैसला करेगी.