जानें, क्यों नरक हैं लड़कियों के लिए यह जगह
इक्कीसवीं सदी आ चुकी है, लोग चांद और मंगल पर पहुंच रहे हैं, पर फिर भी हमारे समाज में महिलाएं कुरीतियों के निशाने पर रहती है। इसलिए आज हम आपको नेपाल के कुछ इलाकों में रहने वाली पर लड़कियों के बारे में बताएगें जिनको पीरियड के दौरान बड़े अजीबोगरीब हालातों से गुजरना पड़ता है। यह एक ऐसी प्रथा है जो नेपाल के साथ भारत और बांग्लादेश के कई हिस्सों में आज भी बदस्तूर जारी है।
इस जगह पर लड़कियों के साथ जानवरों से भी बदतर व्यवहार किया जाता है। यहां पर लड़कियों की डिलीवरी और पीरियड के समय उन पर कई तरह की पाबंदिया लगाई जाती है। जैसे कि घर में नहीं घुसना, पैरेंट्स को छूना नहीं, खाना नहीं बनाना, मंदिर और स्कूल न जाना अादि। खाने में उन्हें नमकीन ब्रेड या चावल दिएं जाते है। ऋषि पंचमी फेस्टिवल में महिलाएं पहले नहा कर पवित्र होती हैं फिर अपने पापों की माफी भी मांगती हैं। हिंदू धर्म से जुड़ी इस प्रथा का पालन न करने पर सजा दी जाती थी। यहां के लोगों का कहना हैं कि महिला के द्वारा इस प्रथा को न मानने पर परिवार में मौत हो सकती है।
ऐसे में लड़कियां देती हुई अपने परिनार बालो को पीरियड्स आने की बात बताती हैं, क्योंकि जब वह बता देती हैं तो उनको एेसे में गाय के बाड़े में पटक दिया जाता है। यहां पर गोबर की बहुत बदबू अाती है। एेसे में बच्चा पैदा होने पर मां और बच्चे को 18 दिन तक बाड़े में रहना पड़ा था। इसके लिए कुछ लोग बाड़ों का एक रूम किराए पर भी लेते हैं। यहां की 95% लड़किया-महिलाएं इस प्रथा को सहन कर रही हैं। एेसे में उन्हें अपमान और हिंसा भी सहन करना पड़ता है।