जानें उन 3 महिलाओं के बारे में, जो महात्मा गांधी के काफी करीब रहीं
1.मेडेलीन स्लेड उर्फ मीराबेन।मेडेलीन स्लेड उर्फ मीराबेन गांधीजी के जिंदगी के काफी करीबी माने जाने वाली महिला में इनकी गिनती की जाती है और इनका जन्म इंग्लैंड में हुआ था जहां उन्होंने पढ़ाई लिखाई की थी लेकिन गांधीजी के करीब आने की कहानी काफी रोचक और महत्वपूर्ण है ऐसा कहा जाता है कि इनके शिक्षक जो थे गांधी जी को अपना आदर्श मानते थे और वहीं पर इससे महिला ने गांधीजी के बारे में सुना और जाना होगा और उनके शिक्षक नहीं गांधीजी की आत्मकथा भी लिखी थी वा गांधीजी से इतना प्रभावित हुई कि वह एक दिन इंडिया आई और उन्होंने गांधी जी से संपर्क किया और उनके साथी आश्रम में रहने लगी इस प्रकार उनका नाम भी चेंज हो गया और उन्हें लोगों मीरा बेन के नाम से जाने लगे जो अपने आप में एक महत्वपूर्ण और अहम जानकारी है।
2.सरला देवी चौधरानी।सरला देवी चौधरानी गांधी जी के जीवन के सबसे नजदीक रहने वाली दूसरी महिला है और उनके बारे में कहा जाता है कि वह भारत के एक महत्वपूर्ण संतरा सेनानी महिला थी वह गांधी जी के साथ कई आंदोलन में उन्होंने भाग भी लिया था और उन्होंने देश को आजाद कराने के लिए भी गांधी जी के साथ कई सभाओं में उन्होंने लोगों को जागृत करने के लिए प्रचार भी किया था लेकिन इनके बारे में एक चीज काफी मशहूर मानी जाती है कि इनका गांधी जी के साथ काफी करीबी संबंध थे और इस बात की चर्चा की थी कि गांधीजी इनको अपनी पत्नी मानते थे जो अपने आप में काफी रोचक और हैरान करने वाली है जानकारी है
3.सरोजिनी नायडू। सरोजिनी नायडू भारत के जाने-माने मशहूर स्वतंत्रा सेनानी महिला थी और साथ में उन्होंने भारत के कई महत्वपूर्ण आंदोलन में भाग लिया और भारत की आजादी में इनका योगदान काफी महत्वपूर्ण था इसके अलावा ऐसा कहा जाता है क्या गांधीजी के करीबी महिलाओं में इनकी गिनती की जाती थी और गांधीजी के साथ इनकी मुलाकात काफी रोचक और महत्वपूर्ण एक दिन उन्होंने गांधीजी के बारे में पढ़ा था कि एक ऐसा व्यक्ति है जिसके बाल नहीं है और वह धोती कपड़ा पहनता है तो उनसे मिलने के लिए चली गई और जब उनकी मुलाकात हुई तो गांधीजी को उन्होंने किसी तरह का प्रणाम या सम्मान नहीं दिया तब गांधी जी ने उनसे पूछा कि आप मिसेज नायडू तो हैं उन्होंने हंसकर कहा मैं ही हूं इसके बाद उन्हें मालूम चला कि गांधीजी वही व्यक्ति है जिन्होंने उनके साथ खाना खाया और वहीं से के जीवन पर गांधी जी का अमिट छाप पड़ा था जो अपने आप में एक महत्वपूर्ण और अहम जानकारी है।