मानसून के मौसम में वाहन चलाते समय कुछ सावधानियां बरतनी जरूरी, जानिए क्या करें?
बरसात के मौसम में सड़क पर जलभराव आम बात है । ऐसे हालात में कार चलाते समय खास सावधानी बरतनी होती है। इस सीजन में कारों के खराब होने की संभावना रहती है। ऐसे में कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए।
इंटरनेट की मदद लें
जलभराव वाली सड़कों पर जाने से बचें, जहां पानी की अधिकता हो, वहां पहले वाहन चालकों से जानकारी लें कि वहां कितना पानी है।
बारिश से भीगी सड़क पर गाड़ी चलाते समय सामने वाले वाहन के पीछे ड्राइव करना चाहिए। इसके अलावा इंटरनेट के जरिए मानसून में सड़कों की स्थिति जाननी चाहिए।
गाड़ी मत रोको
जलभराव वाली सड़क पर वाहन को न रोकें, अगर कार और अन्य वाहनों को रोका जाता है, तो कार में पानी घुसने की संभावना रहती है। जिसके फलस्वरूप मुश्केवि में वृद्धि होगी। अगर वाहन को रोकना जरूरी हो तो गाड़ी को वहीं रोकना चाहिए जहां पानी का स्तर कम हो।
यदि वाहन जलभराव वाली सड़क पर रुकता है तो वाहन को स्टार्ट करने से बचें
बारिश के मौसम में कई बार सड़क पर इतना पानी भर जाता है कि आपकी कार-बाइक का आधा से ज्यादा हिस्सा पानी में डूब जाता है. ऐसे में कई बार इंजन में पानी पहुंचने के कारण वह बंद हो जाता है। ऐसे में अपनी कार-बाइक को पानी और अन्य साधनों से धक्का देकर बाहर निकालना चाहिए, अगर कार आधे से ज्यादा डूबी हुई है और निकलने का कोई रास्ता नहीं है, तो चारों तरफ से दरवाजे खोल दें, ताकि कार डूबे नहीं। ऐसी स्थिति में कार को स्टार्ट करने का प्रयास न करें, क्योंकि पानी इंजन में प्रवेश कर सकता है। कार-बाइक को ऐसी जगह रखें जहां पानी कुछ घंटों के लिए निकल जाए। इसके बाद गाड़ी स्टार्ट करें, अगर गाड़ी का इंजन स्टार्ट नहीं होता है तो मैकेनिक को बुलाएं।
पहले गियर में ड्राइव करें
यदि आप किसी ऐसे स्थान को पार कर रहे हैं जहाँ पानी है तो गति सामान्य रखें। आपके लिए बेहतर होगा कि आप सड़क को मध्यम गति से पार करें। बारिश में कभी भी तेज रफ्तार में गाड़ी न चलाएं। अगर आप पानी को इंजन में जाने से रोकना चाहते हैं, तो पहले या दूसरे गियर में धीरे-धीरे ड्राइव करें। इससे तुरंत ब्रेक लगाने में आसानी होगी और वाहन सुरक्षित भी रहेगा। ब्रेक, क्लच पेडल से भी पानी अंदर जा सकता है। इससे बचने के लिए वाहन चलाते समय हल्के ब्रेक का प्रयोग करें। इससे ब्रेक शूज जल्दी सूख जाते हैं और सूख जाते हैं।