माउंट एवरेस्ट पर रिकॉर्ड बनाने की जिद ने ली जान नेपाल में भारतीय महिला पर्वतारोही की मौत
माउंट एवरेस्ट बेस कैंप में भारतीय महिला की मौत, माउंट एवरेस्ट फतह करने की जिद ने ली भारतीय महिला की जान महाराष्ट्र की रहने वाली 53 वर्षीय सुजैन लियोपोल्डना जीसस के पास पेसमेकर था लेकिन वह इस शारीरिक स्थिति के साथ एवरेस्ट पर चढ़ने का रिकॉर्ड बनाना चाहती थीं।
बेस कैंप से महज 250 मीटर की चढ़ाई करने में उन्हें 12 घंटे लगे। इसके बाद उनकी हालत बिगड़ गई। 18 मई को लुकला अस्पताल में उनका निधन हो गया। पिछले तीन दिनों में यह चौथी घटना है। मार्च से शुरू हुए मौजूदा सीजन के दौरान माउंट एवरेस्ट पर अब तक 8 चीनी और भारतीय पर्वतारोहियों की मौत हो चुकी है। रिपोर्ट के मुताबिक, 175 पर्वतारोही माउंट एवरेस्ट की चढ़ाई कर रहे हैं।
जब सुजैन की हालत बिगड़ी तो उन्हें बेस कैंप से जाने से मना किया गया लेकिन उन्होंने मना कर दिया. उन्होंने कहा कि उन्हें किसी भी कीमत पर माउंट एवरेस्ट पर चढ़ना है। बाद में सुजैन को जबरन लुकला ले जाया गया। जहां हाल ही में 6 दिन भर्ती रहने के बाद उनकी मौत हो गई।
गौरतलब है कि दुनिया की 14 सबसे ऊंची चोटियों में से 8 नेपाल में हैं। नेपाल सरकार ने इस साल एवरेस्ट पर चढ़ने के लिए 478 परमिट जारी किए हैं। एवरेस्ट पर चढ़ने का सबसे अच्छा समय मार्च से शुरू होता है और मई में समाप्त होता है। इसके बाद यहां का मौसम और खराब हो जाता है, जिससे यहां रहना खतरनाक हो जाता है।