भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है भारत की तीसरी प्रमुख टेलीकॉम कंपनी को
जब कोरोनावायरस के कारण देश भर में तालाबंदी लागू की गई थी, तब कई लोगों का काम रोक दिया गया था। छोटा काम हो या बड़ी कंपनी हर कोई इस समस्या से जूझ रहा था। देश की तीसरी सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन आइडिया टेलीकॉम कंपनी ने बुधवार को कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के अनुसार वैधानिक बकाया का प्रावधान करने के बाद मार्च 2020 में समाप्त वित्त वर्ष के दौरान उसका शुद्ध घाटा 73,878 करोड़ रुपये था। यह किसी भी भारतीय कंपनी की अब तक की सबसे बड़ी वार्षिक हानि है।
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इसके अलावा, अदालत ने आदेश दिया था कि गैर-दूरसंचार आय को वैधानिक बकाया की गणना में भी शामिल किया जाएगा, जिसके बाद कंपनी को 51,400 करोड़ रुपये का भुगतान करना होगा। कंपनी ने कहा कि इस दायित्व ने कंपनी की निरंतरता के बारे में गंभीर संदेह पैदा किया। वोडाफोन आइडिया (VIL) ने शेयर बाजार को बताया कि मार्च तिमाही के दौरान उसका शुद्ध घाटा 11,643.5 करोड़ रुपये रहा।
एक साल पहले समान तिमाही के दौरान यह 4,881.9 करोड़ रुपये था और अक्टूबर-दिसंबर 2019 तिमाही में 6,438.8 करोड़ रुपये था। कंपनी को पिछले वित्त वर्ष के दौरान 73,878.1 करोड़ रुपये का घाटा हुआ। वोडाफोन आइडिया ने वित्त वर्ष 2018-19 के दौरान 14,603.9 करोड़ रुपये का घाटा उठाया।