अगर घर में नहीं रहती है बरकत तो जानिए ये वास्तु टिप्स सब ठीक होगा
आज हर व्यक्ति चाहता है कि उसके घर परिवार में हर समय सुख शांति और समृद्धि बनी रहे। इसके लिए वह अपने व्यापार, नौकरी में जी जान से मेहनत करता है, पूजा पाठ करता है, तीर्थ यात्रा करता है। पर उसे वैसी समृद्धि नहीं मिलती जैसी वह चाहता है। इसके कुछ वास्तुदोष होते हैं जो धन और समृद्धि के मार्ग में बाधक बनते हैं। यदि समय रहते इन दोषों को सुधार लिया जाए तो परिस्थितियों को बदलना संभव है।
हिंदू मान्यताओं के अनुसार धन की प्राप्ति के लिए माता लक्ष्मी का आशीर्वाद तथा स्थाई संपत्ति और समृद्धि के लिए भगवान कुबेर की कृपा होना बहुत आवश्यक होता है। अतः हमें वास्तु के उन बिंदुओं को देखना और सुधारना होगा जो घर एवं कार्यस्थल में इनके आशीर्वाद प्राप्त करने लायक स्थितियां बना सकें
आइए जाने ऐसे वास्तु उपायों को-
- यदि घर का मुख्य द्वार उत्तर या पूर्व में हो तो बहुत अच्छा माना जाता है वास्तु शास्त्र में उत्तर दिशा को कुबेर का स्थान माना जाता है।
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घर की उत्तर व पूर्व दिशाओं में खुला स्थान छोड़ना चाहिए इस जगह खिड़कियां और दरवाजे ज्यादा होने चाहिए ताकि लक्ष्मी जी प्रवेश करें। इससे मन और शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार भी होता है।
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घर की उत्तर या उत्तर पूर्व दिशा में फव्वारा या एक्वेरियम रखना
चाहिए इससे परिवार की समृद्धि में वृद्धि होती है।
- सुबह के समय पूर्व और उत्तर की खिड़कियां खोल कर रखे
ताकि सूर्य की किरणें सीधी आपके घर के अंदर आए और नकारात्मक ऊर्जा को बाहर निकालें।
- गृह स्वामी को अपनी तिजोरी या अलमारी जिस पर धन संपत्ति रखते हो
, इस तरह रखनी चाहिए कि उसका द्वारा हमेशा उत्तर दिशा की ओर खुले।
- रसोईघर दक्षिण पूर्व में इस तरह बनाएं कि भोजन पकाते समय ग्रहणी का मुंह पूर्व की ओर रहे।
7. संध्या काल को कुबेर का समय कहते हैं इस समय घर में ज्योति,
गुग्गल धूप और कपूर जलाने से घर में बरकत आती है।
- संध्या काल में तुलसी और पीपल के पेड़ के नीचे यदि
नियमित रूप से दीपक जला कर रखे तो घर में खूब समृद्धि आती है।
- शाम के समय घर के द्वार पर रोशनी होनी चाहिए क्योंकि इस समय
द्वार पर अंधेरा रहने से भगवान कुबेर और लक्ष्मी रूष्ट हो जातीं हैं।