Google Archive feature: अब चलाइए स्मार्टफोन, गूगल ने फुल स्टोरेज की टेंशन खत्म की
Google Archive feature: अब आप मोबाइल में जितने चाहें उतने ऐप डाउनलोड कर सकते हैं। कम स्टोरेज की वजह से होने वाली इस समस्या को गूगल ने दूर कर दिया है। एआई का मतलब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस है, एक बॉट जो मानव आदेशों के अनुसार सामग्री बनाकर सामग्री को पहले से आसान बना रहा है। यह उन्नत तकनीक का उदाहरण है। गूगल भी अपने यूजर्स को ऐसा ही फीचर मुहैया करा रहा है। गूगल अपने दमदार फीचर्स की वजह से लोगों के बीच लोकप्रिय है, जहां वह यूजर्स की जरूरत के हिसाब से नए-नए फीचर लाता रहता है। इसकी मदद से आप अपने मोबाइल में स्टोरेज फुल होने के बाद कोई भी ऐप इंस्टॉल कर सकेंगे। Google ने इस ऑटो आर्काइव फीचर को पहले ही रोल आउट करना शुरू कर दिया है। इस फीचर की मदद से आप अपने स्मार्टफोन में स्टोरेज फुल होने पर भी नए ऐप्स इंस्टॉल कर सकेंगे।
Google Archive feature: गूगल ऑटो आर्काइव फीचर में क्या है खास?
इस बारे में जानकारी साझा करते हुए गूगल ने कहा है कि गूगल ऑटो आर्काइव फीचर उन ऐप्स की स्टोरेज को 60 फीसदी तक कम कर देगा जिनका इस्तेमाल ऐप यूजर्स नहीं कर रहे हैं। वहीं, इस फीचर के आने के बाद यूजर्स को नए ऐप्स इंस्टॉल करने के लिए डिवाइस के स्टोरेज को खाली करने की जरूरत नहीं होगी। गूगल ऑटो आर्काइव फीचर इस काम को अपने आप पूरा कर देगा। इसके साथ ही गूगल ऑटो आर्काइव फीचर से जिन ऐप्स का साइज कम हो जाएगा, उन ऐप्स को क्लाउड आइकन के साथ आप देखेंगे। बता दें कि गूगल ऑटो आर्काइव फीचर के आने के बाद यूजर्स को कई समस्याओं से निजात मिल जाएगी, जहां उन्हें नए ऐप्स इंस्टॉल करने के लिए अपना कीमती डेटा डिलीट या रिमूव नहीं करना होगा। इसके साथ ही कम इस्तेमाल होने वाले ऐप्स को गूगल ऑटो आर्काइव फीचर द्वारा आंशिक रूप से हटा दिया जाएगा। जहां यूजर्स इसे इस्तेमाल करने के बाद दोबारा डाउनलोड कर पहले की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं। वहीं, इस फीचर से आपके कीमती डेटा को लंबे समय तक सुरक्षित रखना है।
ऐसे काम करेगा गूगल ऑटो आर्काइव फीचर
आपको बता दें कि जब हम कोई नया ऐप इंस्टॉल करते हैं तो स्टोरेज फुल होने पर हमें एक पॉप-अप विंडो दिखाई देती है। दूसरी तरफ, गूगल ऑटो आर्काइव फीचर के आने के बाद आपसे पूछा जाएगा कि क्या आप इस फीचर का इस्तेमाल करना चाहते हैं। यदि आप इसकी अनुमति देते हैं, तो यह सुविधा उन ऐप्स के आकार को कम कर देगी जिनका आप उपयोग नहीं करते हैं। ऐसे में स्टोरेज फुल होने पर भी आप आसानी से ऐप्स इंस्टॉल कर सकते हैं। दूसरी ओर, यह वर्तमान में उन उपयोगकर्ताओं के लिए शुरू किया गया है जो ऐप प्रकाशित करने के लिए ऐप बंडल का उपयोग करते हैं।