गुजरात चुनाव प्रभारी के रूप में गहलोत की गंभीरता की कमी, तनाव में सीएम
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को गुजरात चुनाव का वरिष्ठ पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है, लेकिन ऐसा लगता है कि वह विधानसभा चुनाव को लेकर गंभीर नहीं हैं। गहलोत की तुलना में हिमाचल प्रदेश के वरिष्ठ प्रभारी भूपेश बघेल और सचिन पायलट हिमाचल प्रदेश के डेरा थारनी में बैठे हैं और पार्टी कार्यकर्ताओं और मतदाताओं को सक्रिय करने में अपनी पूरी ताकत लगा रहे हैं.
मुख्यमंत्री की कुर्सी बचाने को लेकर टेंशन में
उधर अशोक गहलोत जब भी गुजरात आते हैं तो कुछ घंटों के लिए ही अहमदाबाद में रुकते हैं. वे न तो अपनी क्षमता के अनुसार समय दे रहे हैं और न ही एकाग्रता से काम कर रहे हैं। गौरतलब है कि गहलोत अपना वजूद बनाए रखने और मुख्यमंत्री की सीट बचाने के लिए टेंशन में हैं.
सोनिया गांधी से भी मिलने की कोशिश की
गहलोत भी हिमाचल तभी पहुंचे जब खड़गे भी चुनाव प्रचार के लिए हिमाचल आए। गहलोत ने सोनिया गांधी से मिलने की भी कोशिश की, जो मशोबारा में प्रियंका के घर पहुंचीं, लेकिन असफल रहीं। मौजूदा समय सारिणी के मुताबिक गहलोत का 12 नवंबर को अहमदाबाद में एक कार्यक्रम में शामिल होने का कार्यक्रम है