डॉ. शंकर शर्मा पद्मश्री कृपालसिंह शेखावत सम्मान से सम्मानित
राज्य की अग्रणी कला संस्था कलावृत द्वारा अपने संस्थापक प्रख्यात चित्रकार एवं कला शिक्षक डॉ. सुमहेंद्र के 78वें जन्मदिवस पर उनकी स्मृति में कलावृत एवं राजस्थान ललित कला अकादमी के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित राष्ट्रीय समसामयिक लघु चित्रण कार्यशाला में देशभर से कुल 151 प्रतिभागियों ने भाग लिया।
कलावृत के अध्यक्ष संदीप सुमहेन्द्र ने बताया कि इसमे सृजित चित्रों में से श्रेष्ठ पांच कलाकारों की कृतियों को क्रमशः पद्मश्री रामगोपाल विजयवर्गीय, पद्मश्री कृपालसिंह शेखावत, कलारत्न पी.एन. चोयल, कलागुरु प्रो. देवकीनंदन शर्मा एवं कलागुरु वेदपाल शर्मा ‘बन्नुजी‘ सम्मान से पुरस्कृत किया जाता है। इस बार पद्मश्री कृपालसिंह शेखवात सम्मान उदयपुर के चित्रकार डॉ. शंकर शर्मा को उनकी कृति ‘लॉकडाउन‘ (फेजं वन) के लिए पुरस्कृत किया गया। उन्होंने बताया कि संस्था का मुख्य उद्देश्य भारतीय लघु चित्र शैली को संरक्षित एवं संवर्धित करना है, संस्था की ओर से हम प्रतिवर्ष इस कार्यशाला प्रकार के आयोजन कई वर्षों से करते हैं जिसमें कभी मूर्तिकला, कभी कॉन्टेम्परेरी पेंटिंग और कभी लघु चित्रण पर कार्यशाला आयोजित करते हैं। इस बार कोविड परिस्थितियों के कारण यह कार्यशाला ऑनलाइन आयोजित की गई थी।
डॉ. शर्मा ने बताया कि उनके द्वारा रचित चित्र में नाथद्वारा शैली में निहित विविध अभिप्रायों का प्रयोग करते हुए समकालीन विषय लॉकडाउन को चित्रित किया गया है। लॉकडाउन के दौरान सभी पूजा गृह बंद हो गए थे तो ऐसे में श्रीनाथजी की पूजा एवं आरती भी बंद हो गई थी, तो ऐसी स्थिति में भगवान श्रीनाथ जी की पूजा के लिए देवताओं की अभिलाषा को चित्रित किया गया है जिसमें उन्हें गाय का रूप लेकर श्रीनाथजी की पूजा करने के लिये आते दिखाया गया है।