रक्षा मंत्रालय ने प्रशिक्षण जहाजों के निर्माण के लिए मझगांव डॉक के साथ अनुबंध पर हस्ताक्षर किया, ये होगा बड़ा फायदा
रक्षा मंत्रालय ने भारतीय तटरक्षक प्रशिक्षण पोत के निर्माण के लिए मझगांव डॉक एंड शिपबिल्डर्स लिमिटेड के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। दी गई जानकारी के मुताबिक, रक्षा मंत्रालय ने 310 करोड़ रुपये की लागत से भारतीय तट रक्षक (ICG) के लिए एक प्रशिक्षण जहाज के निर्माण के लिए मुंबई के मझगन डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड (MDL) के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। यह एकीकृत हेलीकॉप्टर क्षमताओं वाला पहला प्रशिक्षण मंच होगा जो 70 तट रक्षक और अन्य अंतरराष्ट्रीय प्रशिक्षु अधिकारियों को बुनियादी समुद्री प्रशिक्षण की सुविधा प्रदान करेगा। इसका उद्देश्य तटरक्षक जीवन के बहुआयामी समुद्री पहलुओं के लिए नए नाविकों को तैयार करना है।
इस साझेदारी से लाभ होगा
उन्नत और आधुनिक हाई-टेक निगरानी और सतर्कता प्रणालियों से सुसज्जित, यह प्रशिक्षण जहाज समुद्र में किनारे और किनारे की संपत्तियों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए आईसीजी कैडेटों को समुद्र में चुनौतियों पर गहरी समझ और विशेषज्ञता प्रदान करेगा।
इसका उत्पादन मेक इन इंडिया के तहत किया जाएगा
अधिकांश उपकरणों और प्रणालियों का निर्माण मेक इन इंडिया अभियान के माध्यम से किया जाएगा, जिसमें एमएसएमई भी शामिल हैं। इस परियोजना से तीन वर्षों की अवधि में महत्वपूर्ण रोजगार उत्पन्न होने की उम्मीद है। ‘आत्मनिर्भर भारत’ के उद्देश्यों को पूरा करते हुए, यह समझौता स्वदेशी जहाज निर्माण क्षमता को भी बढ़ावा देगा और समुद्री आर्थिक क्षमताओं को बढ़ाने में मदद करेगा।