फॉर्च्यून-500 कंपनियों को सेवा देने वाली कंपनी पर साइबर हमला
- पांच लाख लोगों का संवेदनशील डेटा लीक
- मॉर्ले के डेटाबेस में 500,000 लोगों की सामाजिक सुरक्षा संख्या सहित व्यक्तिगत-व्यावसायिक विवरण लीक हो गए
मिशिगन: रैनसमवेयर ने फॉर्च्यून-500 कंपनियों में शामिल कई कंपनियों की सेवा करने वाली अमेरिकी कंपनी मॉर्ले के सर्वर पर एक साइबर हमला (Cyber attack ) किया है। मिशिगन में मुख्यालय वाली कंपनी 1 अगस्त, 2011 को साइबर हमले की चपेट में आ गई थी।
कंपनी ने अब आधिकारिक तौर पर स्वीकार किया है कि आधे मिलियन से अधिक लोगों का संवेदनशील डेटा लीक हो गया है, कुछ लोगों ने सामाजिक सुरक्षा नंबरों सहित विवरण चुरा लिए हैं। रैंसमवेयर के जरिए किए गए साइबर हमले ने 251,08 लोगों के संवेदनशील डेटा को लीक कर दिया है।
कंपनी ने अब इन लोगों को नोटिस देना शुरू कर दिया है और सभी लोगों को नोटिस भेजने की प्रक्रिया 203 के शुरुआती दिनों में पूरी कर ली गई है. मॉर्ले कंपनियों का कहना है कि कंपनी अब इन लोगों को मुफ्त क्रेडिट निगरानी और पहचान की चोरी से सुरक्षा सेवा प्रदान करती है।
कंपनी का कहना है कि रैंसमवेयर-प्रकार के मैलवेयर उनके सिस्टम में घुसपैठ कर गए थे। जिसके कारण हमारे सिस्टम में कुछ डेटा फाइलों तक नहीं पहुंचा जा रहा है।
साइबरसिक्योरिटी एक्सर्ट द्वारा प्रारंभिक निष्कर्षों ने निष्कर्ष निकाला कि किसी ने व्यक्तिगत और व्यावसायिक विवरण वाली कई फाइलों तक अनधिकृत पहुंच प्राप्त की थी। लीक हुए डेटा में नाम, पता, सामाजिक सुरक्षा संख्या, जन्म तिथि, ग्राहक पहचान संख्या, चिकित्सा निदान और डेटा शामिल है।