धनतेरस के दिन इन 12 चीजों को खरीदने से 15 हजार गुना प्रबल होगा भाग्य
धनतेरस का पर्व हर साल दिवाली से ठीक दो दिन पहले मनाया जाता है। इस दिन यमराज और भगवान धनवंतरी के साथ ही मां लक्ष्मी और कुबेर की पूजा का महत्व है।
पौराणिक कथाओं के अनुसार समुद्र मंथन के दौरान कार्तिक मास की कृष्ण त्रयोदशी के दिन भगवान धनवंतरी अपने हाथों में अमृत कलश लेकर सागर मंथन के बाद प्रकट हुए। ऐसी मान्यता है कि भगवान धनवंतरी भगवान विष्णु के अंशावतार हैं। संसार में चिकित्सा विज्ञान के विस्तार और प्रसार के लिए ही भगवान विष्णु ने धनवंतरी का अवतार लिया था। भगवान धनवंतरी के प्रकट होने के उपलक्ष्य में ही धनतेरस का त्योहार मनाया जाता है। भगवान धन्वन्तरी चुकि कलश लेकर प्रकट हुए थे इसलिए ऐसी मान्यता है की इस अवसर पर बर्तन खरीदना चाहिए। मान्यतानुसार इस दिन की गई खरीददारी लंबे समय तक शुभ फल प्रदान करती है।
धनतेरस के दिन गणेश लक्ष्मी की मूर्ति जरूर खरीदें इससे घर में धन संपत्ति का आगमन रहता है और पूरे साल कभी घर में धन की कमी नहीं रहती।
धातु का सामान जैसे सोना, चांदि व पीतल खरीदना सर्वश्रेष्ठ है इस दिन ये सब खरीदने से पूरे साल तक घर में लक्ष्मी बनी रहती है।
स्वटिक का श्रीयंत्र घर लाने से लक्ष्मी घर की ओर आकर्षित होती है। इसके बाद इस यंत्र की पूजा करें पूजा करने के बाद उसे केशरिया रंग के कपड़े में बांधर धन स्थान पर रख दें। इससे हमेशा आपके घर में धन बना रहेगा।
इस मौके पर नई झाडू को घर लाए इससे नकारात्मक शक्तियां घर से वापस जाती है और लक्ष्मी आपके घर आएगी।
कौड़ी को धनतेरस के दिन पूजा कर अपने धन के स्थान पर रखने से आपके घर से कभी लक्ष्मी नहीं जाएगी।
धनतेरस के दिन शंख लाए और इसे दिवाली पजन के समय बजाए इससे घर में लक्ष्मी आती है।
धनतेरस के दिन नमक का भी काफी महत्व है कहते हैं कि इस दिन नमक को पानी में मिलाकर पोछा लगाने से दरिद्रता चली जाती है।
धनतेरस के दिन धनिया जरूर लाएं एक धन का प्रतीक माना जाता है इसकी पूजा करके घर के आंगन या गमलों में इसे रख दें।
धनतेरस के दिन कुबेर की मूर्ति या तस्वीर लाकर इनकी पूजा करें और धन वाले स्थान पर रखें।
धनतेरस के दिन गोमती चक्र काभी बड़ा महत्व है इस दिन इसकी पूजा करके इसे तिजोरी या फिर खुद धारण करें।
धनतेरस के दिन सात मुखी रूद्राक्ष की पूजा करने से मां लक्ष्मी के साथ साथ महादेव की कृपा बनी रहती है।
धनतेरस के दिन दिया जरूर लाना चाहिए साल का यही एक ऐसा दिन है जिस दिन यमराज की पूजा की जाती है इस दिन लक्ष्मी के साथ साथ यमराज के नाम का भी दिया जलाया जाता है।
धनवंतरी की पूजा:
धनतेरस के दिन भगवान धनवंतरि की मूर्ति या चित्र साफ स्थान पर पूर्व दिशा की ओर स्थापित करें और फिर भगवान धनवंतरि का आह्वान निम्न मंत्र से करें-
सत्यं च येन निरतं रोगं विधूतं,अन्वेषित च सविधिं आरोग्यमस्य।
गूढं निगूढं औषध्यरूपं, धनवंतरिं च सततं प्रणमामि नित्यं।।