बड़ी खबर: आज भारतीय नौसेना में शामिल होगा INS मोरमुगाओ, बढ़ेगी भारत की समुद्री ताकत
आईएनएस मोरमुगाओ को आज भारतीय नौसेना में शामिल किया जाएगा। स्वदेशी गाइडेड-मिसाइल विध्वंसक के चालू होने से भारत की समुद्री क्षमता में काफी वृद्धि होगी। INS मोरमुगाओ में 75% उपकरण और हथियार भारत में बने हैं। INS मोरमुगाओ को आज शाम मुंबई में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा भारतीय नौसेना में शामिल किया जाएगा।
- गोवा के एक ऐतिहासिक शहर मोरमुगाये के नाम पर
- परमाणु, जैविक और रासायनिक युद्ध के समय में बचाव और लड़ाई
- ब्रह्मोस, बराक-8, सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल जैसी घातक मिसाइल ले जाने में सक्षम
- वजन 7,400 टन, लंबाई 163 मीटर और बीम 17 मीटर ऊंचाई
‘Mormugao’, a P15B stealth guided missile destroyer, is ready to be commissioned into the Indian Navy.
I shall be in Mumbai today, 18th December, to attend the Commissioning Ceremony. Looking forward to it.@indiannavy pic.twitter.com/kp6shpfrWk
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) December 18, 2022
INS मोरमुगाओ 35,800 करोड़ रुपये की कुल लागत से प्रोजेक्ट-15बी के तहत मझगाँव डॉकयार्ड लिमिटेड, मुंबई में बनाए जा रहे 4 विशाखापत्तनम-श्रेणी के विध्वंसक में से दूसरा है। इससे पहले नवंबर 2021 में आईएनएस विशाखापत्तनम के रूप में पहला युद्धपोत नौसेना में शामिल किया गया था।
ब्रह्मोस, बराक-8 जैसी 8 मिसाइलें लगाई जाएंगी। इस्राइल का मल्टी-फंक्शन सर्विलांस थ्रेट अलर्ट रडार ‘एमएफ-स्टार’ देश के सबसे उन्नत उन्नत निर्देशित मिसाइल विध्वंसक में फिट किया गया है। यह सटीक लक्ष्यीकरण की अनुमति देते हुए, कई किलोमीटर दूर से हवाई लक्ष्यों की पहचान करेगा। यह उड़ने वाले विमानों पर 70 किमी की दूरी पर और जमीन या समुद्री लक्ष्यों पर 300 किमी की दूरी पर निशाना साधने में सक्षम है।