ममता के सामने ‘रंग दे तू मोहे गेरुआ’ गाने पर रद्द हुआ अरिजीत सिंह का कॉन्सर्ट!
पश्चिम बंगाल में बॉलीवुड सिंगर अरिजीत सिंह के अपकमिंग कॉन्सर्ट के कैंसिल होने पर विवाद खड़ा हो गया है. बीजेपी के कई नेताओं ने ममता सरकार पर हमला बोला है. दरअसल, हाल ही में आयोजित कोलकाता इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल (केआईएफएफ) 2022 में अरिजीत सिंह ने ममता बनर्जी की मौजूदगी में शाहरुख खान की फिल्म ‘दिलवाले’ का गाना ‘रंग दे तू मोहे गेरुआ’ गाया, जिसके बाद बीजेपी नेताओं ने इसे गाया. दावा किया कि यही वजह है कि बंगाल सरकार ने 18 फरवरी को होने वाले अरिजीत के कॉन्सर्ट को रद्द कर दिया है।
बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता और नंदीग्राम से विधायक शुभेंदु अधिकारी ने ट्वीट किया कि जब पाकिस्तानी गुलाम अली की बात आती है तो संगीत की कोई सीमा नहीं होती, लेकिन जब भारतीय अरिजीत सिंह की बात आती है तो मामला अलग होता है।”
हालांकि, पश्चिम बंगाल सरकार ने बीजेपी के इन आरोपों को खारिज किया है. पश्चिम बंगाल के मंत्री फिरहाद हकीम ने कहा कि अरिजीत सिंह के कंसर्ट के लिए इजाजत इसलिए नहीं दी गई क्योंकि जी-20 इवेंट भी उसी इलाके में होने वाला है. उन्होंने कहा, ”उस दौरान जी-20 शिखर सम्मेलन होने जा रहा है. उस समय जी-20 के सदस्य शहर में होंगे।
उन्होंने कहा कि बिस्वा बांग्ला कन्वेंशन सेंटर को जी-20 बैठक स्थलों में से एक के रूप में चुना गया है, जो इको पार्क के ठीक सामने है, जहां अरिजीत सिंह का समारोह होना था। पुलिस के मुताबिक इको पार्क में अगर हजारों की संख्या में लोग इकट्ठा होते हैं तो इससे कानून-व्यवस्था की समस्या हो सकती है, इसलिए वे कार्यक्रम नहीं होने दे रहे हैं.
टीएमसी प्रवक्ता कुणाल घोष ने इस आरोप का खंडन किया कि गायक का कार्यक्रम रद्द करना उनके गाने ‘गेरुआ’ की प्रतिक्रिया थी। इसके साथ ही उन्होंने इस मुद्दे पर राजनीति करने के लिए भाजपा पर निशाना साधा। घोष ने ट्वीट किया, “अरिजीत ने 15 तारीख को ‘गेरुआ’ गाया। उनका कार्यक्रम रद्द कर दिया गया और 8 तारीख को जमा किए गए 3 लाख रुपये वापस कर दिए गए। तो यह ‘गेरुआ’ का परिणाम कैसे हो सकता है? 9/12 टीम अरिजीत ने Aquatica में 1 लाख रुपए जमा किए। जांच आज भी जारी है। अंतिम आवेदन जमा किया जाना बाकी है। भाजपा ओछी राजनीति कर रही है।