खत्म हुई एयर इंडिया की बड़ी टेंशन, इस ऑफर से सुधरेगी खराब स्थिति
एयर इंडिया और पायलट यूनियन के बीच चल रहा गतिरोध गुरुवार को खत्म हो गया। एयर इंडिया की पायलट यूनियन ने नए वेतन और सेवा समझौते पर अपनी सहमति दे दी है।एयर इंडिया पायलट यूनियन ने नए वेतन और सेवा समझौते पर अपना विरोध वापस ले लिया है। गुरुवार को इंडियन कमर्शियल पायलट्स एसोसिएशन और इंडियन पायलट्स गिल्ड्स ने पायलटों से कहा कि वे इस नए वेतन समझौते पर हस्ताक्षर कर सकते हैं। गतिरोध खत्म करने के लिए दोनों पायलट यूनियनों ने बैठक की, जिसके बाद वोटिंग कर फैसला लिया गया. 80 प्रतिशत सदस्यों ने नए वेतन समझौते को अपनाने के पक्ष में मतदान किया।
संघ ने यह कहा
ICPA और IPG ने इस संबंध में एक पत्र जारी कर कहा है कि समर्पित एयर इंडियन के रूप में हमारा मानना है कि इस विवाद को जल्द से जल्द सुलझाया जाना चाहिए और दोनों पक्षों के लाभ के लिए समाधान खोजना अनिवार्य है। उल्लेखनीय है कि नए वेतन समझौते को लेकर एयर इंडिया और पायलट यूनियनों के बीच लंबे समय से टकराव चल रहा था, जिसके बाद एयरलाइन ने नए समझौते पर हस्ताक्षर करने की समय सीमा 12 मई, 2023 तक बढ़ा दी थी।
गतिरोध कब शुरू हुआ?
17 अप्रैल, 2023 को एयर इंडिया ने अपने पायलटों और केबिन क्रू सदस्यों के लिए एक नया वेतन और रोजगार समझौता समझौता जारी किया। इस समझौते के बाद ही कंपनी और पायलट यूनियन के बीच गतिरोध शुरू हुआ और यूनियन ने इसे खारिज कर दिया। संघ ने कहा कि नया मसौदा श्रम नियमों की धज्जियां उड़ा रहा है और इसकी तैयारी से पहले संघ के साथ कोई परामर्श नहीं किया गया था।
इसके अलावा पायलट यूनियन ने अपने सभी सदस्यों को समझौते पर हस्ताक्षर करने से रोक दिया। इसके साथ ही यूनियन ने कंपनी को कानूनी नोटिस भेजकर बदलाव करने को कहा। पायलटों ने रतन टाटा से भी इस मामले में दखल देने की मांग की थी, लेकिन लंबे गतिरोध के बाद अब दोनों पक्ष राजी हो गए हैं