चाणक्य नीति के अनुसार इन 6 बातों का पालन करने पर जीवन में नहीं होगी धन की समस्या
चाणक्य नीति: चाणक्य के अनुसार केवल धन और पद से कोई भी व्यक्ति सफल नहीं होता है। जो समाज में अनुकरणीय और सम्मानित होते हैं वही दूसरों के द्वारा सफल और सम्मानित होते हैं। इस मायने में चाणक्य एक महान विद्वान, राजनीतिज्ञ और अर्थशास्त्री थे।
ऐसा माना जाता है कि जो चाणक्य के इन सिद्धांतों का सख्ती से पालन करता है, उसे जीवन की सभी कठिनाइयों का समाधान मिल जाता है। आज की तेज रफ्तार दुनिया में एक अच्छे जीवन के लिए पैसा जरूरी है। चाणक्य ने अपनी चाणक्य नीति में धन के बारे में कुछ बातों का उल्लेख किया है।
यदि कोई अपने जीवन में इनका पालन करता है, तो उसके जीवन में धन की समस्या नहीं होगी। सनक्य न्याय का पालन करके आप अपने जीवन को बेहतर बना सकते हैं। इन बातों का ध्यान रखेंगे तो पैसों की समस्या नहीं होगी।
बिना सोचे-समझे खर्च न करें
चाणक्य के अनुसार जो लोग पैसे को पानी की तरह खर्च करते हैं और पैसे की बचत नहीं करते उन्हें मूर्ख कहा जाता है। ऐसे लोगों को विपत्ति के समय सबसे अधिक कष्टों का सामना करना पड़ता है। लेकिन जो धन को विपत्ति के समय के लिए बचा कर रखते हैं वही बुद्धिमान कहलाते हैं। चाणक्य कहते हैं कि ऐशो-आराम की जिंदगी के लिए फिजूलखर्ची करना ठीक नहीं है।
सही जगह रहते हैं
चाणक्य के अनुसार धन का सही इस्तेमाल करना चाहिए। बुरे कर्मों से कमाया गया धन आपका कोई भला नहीं करेगा और आपको धन का आदी नहीं होना चाहिए। चाणक्य के सिद्धांत के अनुसार ऐसे स्थानों का चुनाव करना चाहिए जहां रोजगार और आजीविका के अवसर हों। ऐसी जगह रहने से व्यक्ति आसानी से पैसा कमा सकता है।
अच्छे कर्मों से अर्जित किया जाना चाहिए
चाणक्य के अनुसार अनैतिक तरीकों से अर्जित धन की आयु केवल दस वर्ष होती है। ग्यारहवें वर्ष के बाद ऐसा धन नष्ट होने लगेगा और यह आपकी शांति को भी नष्ट कर देगा। पैसा हमेशा सही तरीके से कमाना चाहिए। पाप से कमाया हुआ धन थोड़े समय के लिए ही टिकता है।
दूसरों का सम्मान करें
चाणक्य के अनुसार अगर आप चाहते हैं कि लोग आपका सम्मान करें तो आपको दूसरों का सम्मान करना चाहिए। जब आप दूसरों का सम्मान करते हैं, तो वे आपका सम्मान करेंगे। दूसरों को सम्मान देने वाले को ही समाज में सम्मान मिलेगा। समाज उन लोगों का कभी सम्मान नहीं करेगा जो दूसरों को अपमानित करने में आनंद लेते हैं।
चाणक्य के अनुसार जिस घर में लोग लड़ाई-झगड़ा करते हैं उस घर में मां लक्ष्मी का वास नहीं होता है । जिस घर में शांति का माहौल नहीं होता है, उस घर से लक्ष्मी तुरंत चली जाती हैं। ऐसे घरों में पैसा नहीं होता है। मां लक्ष्मी का वास सुखी और शांत घर में ही होता है।
अपने धन का अभिमान मत करो
धन की लालसा हर किसी को होती है। लेकिन चाणक्य कहते हैं कि धन के मोह में नहीं पड़ना चाहिए। अर्थात कभी भी धन कमाने का जुनून नहीं होना चाहिए। क्योंकि पैसा मिलने पर लोग ज्यादा अहंकारी हो जाते हैं। जो लोग अपने धन का अहंकार करते हैं, वे शीघ्र ही अपना धन खो देंगे।