G20 समिट को लेकर दिल्ली के 8 बड़े अस्पताल हाई अलर्ट पर, स्वास्थ्य मंत्री ने जारी किए ये निर्देश
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जी-20 शिखर सम्मेलन के मद्देनजर स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को लेकर बैठक के दौरान विदेश से आने वाले आगंतुकों के लिए किए गए स्वास्थ्य इंतजामों की समीक्षा की.
समीक्षा बैठक के दौरान उन्होंने कहा कि 8 सितंबर 2023 से दिल्ली में जी-20 शिखर सम्मेलन होने जा रहा है, जिसकी तैयारियां दिल्ली में जोरों से चल रही हैं. दिल्ली सरकार के सभी विभाग जो किसी न किसी तरह से इस सम्मेलन में शामिल हैं, युद्ध स्तर पर अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए सभी व्यवस्थाओं को पूरा करने में लगे हुए हैं. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सभी विभागों को हाई अलर्ट पर रखा है. जी-20 शिखर सम्मेलन को लेकर कोई लापरवाही नहीं होनी चाहिए मंत्री सौरभ भारद्वाज ने बैठक में मौजूद सभी अधिकारियों को किसी भी तरह की लापरवाही न बरतने के निर्देश दिए. साथ ही उन्होंने किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं करने के संकेत भी दिये. उन्होंने कहा कि जी-20 शिखर सम्मेलन के मद्देनजर स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को दुरुस्त रखने के लिए दिल्ली सरकार ने अपने पांच बड़े अस्पतालों और तीन निजी अस्पतालों को हाई अलर्ट पर रखा है
सौरभ भारद्वाज ने बताया कि जी-20 शिखर सम्मेलन में आने वाले विदेशी मेहमानों के लिए दिल्ली के 25 अलग-अलग होटलों में ठहरने की व्यवस्था की गई है. इसी व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्रालय ने डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ की 80 टीमें बनाई हैं. इन सभी मेहमानों की सेवा के लिए इन 25 होटलों में तैनात किया जाएगा. इन 80 टीमों में से 75 टीमें शिफ्ट में काम करेंगी. प्रत्येक होटल में तीन टीमें तैनात की गई हैं, जो आठ-आठ घंटे की शिफ्ट में काम करेंगी। ये टीमें अपने समय के अनुसार 24 घंटे विदेश से आने वाले पर्यटकों की सेवा के लिए तैयार रहेंगी। बाकी पांच टीमों को बैकअप के तौर पर रखा गया है. यदि किसी भी प्रकार की कोई समस्या या समस्या आती है या किसी भी कारण से किसी भी टीम में कोई डॉक्टर या नर्सिंग स्टाफ उपलब्ध नहीं है तो बैकअप में रखी गई इन पांच टीमों से डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ को उनके स्थान पर तैनात किया जाएगा