5 रोगो को जड़ से खत्म कर देगी ये अदभुत औषधि रोज खाली पेट करें सेवन
। भारत के हर गांव में नीम को औषधि के रूप में जाना जाता है। भारत में पिछले 4000 वर्षों में नियम को औषधि के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। कई शक्ति वर्धन रसायन नीम के तने,पत्ती ,जड़ और छाल, में मिलते हैं। मलेरिया और त्वचा संबंधी बीमारी में नीम की छाल का खास तौर पर इस्तेमाल किया जाता है
। नीम को जड़ से लेकर पत्ती तक का इस्तेमाल औषधि के रूप में किया जाता है। नीम के पत्तों में बहुत सारे जीवाणु रोधी रसायन होते हैं नीम के पत्तों को 34 देशों में भेजा जाता है अमेरिका में नीम को चमत्कारी पेड़ के रूप में जाना जाता है।
नीम का इस्तेमाल इन रोगो में लाभदायक होता है।
शुगर को जड़ से करता है खत्म:
नीम की पत्तियों को रोजाना खाने से शरीर में ब्लड शुगर कास्टर कम करता है। शरीर में शुगर की वजह से ऑक्सीडेटिव तनाव होता है। जिसे नीम के पत्ते दूर करते हैं मधुमेह की बीमारी के लिए नीम की पत्ती बहुत ही लाभदायक होती है।
नीम की पत्ती संक्रमण में लाभदायक होती है:
नीम के पत्तों को पानी में उबाल ले और रोज उस से स्नान करें ऐसा करने से आपके शरीर में हो रहे फोड़े फुंसी और छोटे दाने मुहासे पूरी तरह से गायब हो जाएंगे।
नीम का धुआं मलेरिया मच्छर को दूर भगाने में सहायक होता है:
नीम के पत्तों में गैडुनिन होता है। जो मलेरिया के इलाज में बहुत ही लाभकारी होता है इसके अलावा यदि अपने घर के बाहर शाम को नीम के पत्ती का धुआं कर दें तो आपके घर के अंदर के सारे मच्छर घर से भाग जाएंगे। और मलेरिया से बचने का यह बहुत ही आसान तरीका है।
गठिया के इलाज में बहुत ही अचूक है नींम:
आज अधिकतर लोग गठिया के दर्द से परेशान हैं और इसके इलाज के लिए वह लाखों रुपए डॉक्टर के पास खर्च कर देते लेकिन उनको नहीं पता की नीम के छालो और फलों का इस्तेमाल करना गठिया रोग के लिए फायदेमंद होता है
नीम के फली से निकलने वाला तेल को जोड़ो पर मालिश करने से गठिया के रोग में आराम मिलता है।
मुहांसों के रोग के लिए लाभदायक:
आपके चेहरे पर मुंहासे हो रहे हैं तो उसे कम करने के लिए नीम का लेप लगाएं इससे आपके चेहरे के मुंहासे धीरे-धीरे कम होने लगेंगे। नीम के पत्तों को पानीमें उबाल लें और जब वह ठंडा हो जाए तो उसे दिन में तीन से चार बार चेहरे को धोएं।