म्यांमार में हालात बिगड़े, लोग देश छोड़कर भागने को मजबूर, जानिए क्या है पूरा मामला
भारत के पड़ोसी देश म्यांमार में हालात दिन-ब-दिन खराब होते जा रहे हैं। जुंटा सैन्य शासन ने वहां सभी युवा पुरुषों और महिलाओं के लिए सैन्य सेवा अनिवार्य कर दी है। इस फैसले से युवाओं में डर का माहौल पैदा हो गया है और वे देश छोड़कर भागने को मजबूर हो गये हैं. उनका कहना है कि हम इस गृहयुद्ध में मरना नहीं चाहते. इसीलिए हम दूसरे देशों के सामने प्रयास करने को मजबूर हैं।
वीजा केंद्रों पर लंबी लाइन लगी हुई थी
म्यांमार में अनिवार्य सैन्य सेवा लागू होने के बाद से ऐसी भगदड़ मची है कि म्यांमार के सबसे बड़े शहर यांगून में थाई दूतावास के बाहर कई दिनों तक वीजा दस्तावेजों के साथ लोगों की लंबी कतारें देखी गई हैं।
#Myanmar's military junta forcibly recruited #Rohingya youths in #Buthidaung & other townships in Rakhine State, denying them education & a future. Today, junta reportedly gathered Rohingya youths for military training, adding to concerns about exploitation & human rights abuses. pic.twitter.com/Xw3jcUklbc
— Mohammed Dullah (@romddullah) February 22, 2024
जुंटा मिलिट्री ने आदेश में क्या कहा?
जुंटा सैन्य शासन ने आदेश दिया है कि 18 से 35 वर्ष की आयु के सभी पुरुषों और 18 से 27 वर्ष की आयु की सभी महिलाओं को कम से कम 2 वर्षों तक सेना में सेवा करनी होगी। इसके अलावा 45 साल से अधिक उम्र के डॉक्टरों और अन्य विशेषज्ञों को तीन साल तक सेना में अनिवार्य सेवा देनी होगी. यह भी कहा गया है कि आपातकालीन स्थिति में इस अनिवार्य सेवा को अगले 5 वर्षों के लिए बढ़ाया जा सकता है।