पेंशनभोगी अब वीडियो कॉल के माध्यम से जमा कर सकते हैं जीवन प्रमाण पत्र, अपनाएं ये तरीका
पेंशनभोगियों के लिए अच्छी खबर है। केंद्र सरकार ने हाल ही में सेवानिवृत्त लोगों के लिए घर पर वीडियो कॉल के माध्यम से डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र जमा करने का अभियान शुरू किया है। इसके तहत पेंशनभोगियों को बैंक जाने और घंटों लाइन में खड़े होने से छूट होगी। यह विकल्प नवंबर, 2021 में पेश किया गया था। भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के ग्राहक अब वीडियो कॉल के जरिए अपना जीवन प्रमाण पत्र जमा कर सकते हैं।
हर पेंशनभोगी के लिए जरूरी है जीवन प्रमाण पत्र:
इस बात की जानकारी खुद भारतीय स्टेट बैंक ने ट्वीट कर दी है। कहा जाता है कि कोई भी पेंशनभोगी कुछ आसान चरणों का पालन करके वीडियो कॉल के जरिए अपना जीवन प्रमाण पत्र डिजिटल रूप से जमा कर सकता है। प्रत्येक पेंशनभोगी को जीवन प्रमाण पत्र यानि जीवित होने का प्रमाण पत्र जमा करना आवश्यक है। यदि पेंशनभोगी ऐसा नहीं करता है तो उसकी पेंशन रोक दी जाती है। हालाँकि, अब इसे आसान बनाने के लिए इसे डिजिटल रूप से प्रस्तुत किया जा सकता है।
इन सरल उपायों का पालन करके जीवन प्रमाण पत्र जमा करें:
स्टेप 1- सबसे पहले बैंक की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं। या प्ले स्टोर से पेंशनसेवा ऐप डाउनलोड करें।
स्टेप 2- इसके बाद वेबसाइट में सबसे ऊपर ‘वीडियोएलसी’ विकल्प चुनें।
स्टेप 3- अब दिखाई देने वाली स्क्रीन पर ड्रॉप डाउन मेन्यू से ‘वीडियो लाइफ सर्टिफिकेट’ पर जाएं।
स्टेप 4- इसके बाद अपना अकाउंट नंबर डालें और कैप्चा टाइप करें।
चरण 5- अधिकृत बैंक (एसबीआई) को वीएलसी के लिए आपके आधार कार्ड की जानकारी का उपयोग करने की अनुमति देने के लिए बॉक्स को चेक करें और फिर “खाता सत्यापित करें” चुनें।
चरण 6 – यदि आप वीएलसी के लिए पात्र हैं, तो आपके आधार से जुड़े मोबाइल पर वन-टाइम पासवर्ड (ओटीपी) भेजा जाएगा। इसके बाद ओटीपी दर्ज करें।
स्टेप 7- इसके बाद सभी जरूरी सर्टिफिकेट पर टिक करके अपना वेरिफिकेशन करें।
चरण 8 – सभी आवश्यक प्रमाण पत्र जमा करने के बाद, ‘आगे बढ़ें’ विकल्प पर क्लिक करें।
स्टेप 9 – इसके बाद आप अपने सेशन का इंतजार कर सकते हैं या भविष्य में अपॉइंटमेंट ले सकते हैं।
जीवन प्रमाण पत्र भी प्रस्तुत किया जा सकता है:
आप 12 सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के डोरस्टेप बैंकिंग एलायंस और डाकघर की डोरस्टेप सेवा का उपयोग करके अपना डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र भी जमा कर सकते हैं। इसके लिए बैंकों के बीच समझौता हो गया है। इनमें स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के अलावा पंजाब नेशनल बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, केनरा बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया आदि शामिल हैं।