कानपुर में कड़ाके की सर्दी, सात दिन में हार्ट अटैक से मरने वालों की संख्या 98 हुई, 333 भर्ती
शीतलहर से शहर व आसपास के जिलों में अब तक 98 लोगों की हार्ट अटैक से मौत हो चुकी है. जिनमें से 44 मरीजों की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। वहीं अस्पताल पहुंचे 54 मरीजों की मौत हो गई।
कानपुर में शनिवार को हार्ट अटैक से कुल 14 लोगों की मौत हो गई।
लक्ष्मीपत सिंघानिया कार्डियोलॉजी इंस्टीट्यूट में एक जनवरी से सात जनवरी के बीच 4862 मरीज हार्ट की समस्या लेकर पहुंचे।
जिनका इलाज इमरजेंसी व ओपीडी में चल रहा है। शीतलहेर से शनिवार को कुल 14 लोगों की हार्ट अटैक से मौत हो गई।
जिसमें छह मरीज इलाज के दौरान अस्पताल पहुंचे और आठ मरीजों की पहले मौत हो गई।
हृदय संस्थान के निदेशक डॉ. विनय कृष्ण ने कहा कि शीतलहर के कारण वर्तमान में हृदय रोग के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है।
जिसमें युवाओं के साथ-साथ बुजुर्ग भी हृदय रोग के मरीज सामने आ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि एक जनवरी से सात जनवरी के बीच हुई 98 मौतों में से 18 मरीज 40 साल से कम उम्र के थे। जबकि, 40 से 60 साल की उम्र के 30 मरीज थे।
सबसे ज्यादा 50 मरीज 60 साल के करीब हैं। सात दिनों के भीतर दिल का दौरा पड़ने से उनकी मृत्यु हो गई।
333 मरीजों को भर्ती किया गया, 200 का ऑपरेशन किया गया
पिछले सात दिनों में 333 मरीज कार्डियोलॉजी संस्थान में भर्ती हुए। जिसमें 200 मरीजों का ऑपरेशन किया गया। ये वे मरीज हैं जो दिल की बीमारी के साथ अस्पताल पहुंचे थे। डायरेक्टर के मुताबिक, हाल के सालों में एक हफ्ते में यह सबसे ज्यादा मौतें हो सकती हैं।