इंतजार खत्म, RBI आज से शुरू करेगा अपनी डिजिटल करेंसी, नकदी रखने की जरूरत नहीं

0 129
Join Telegram Group Join Now
WhatsApp Group Join Now

भारतीय रिजर्व बैंक ने अक्टूबर की शुरुआत में घोषणा की थी कि वह जल्द ही विशिष्ट उपयोगों के लिए एक डिजिटल रुपये का एक पायलट लॉन्च शुरू करेगा। अब यह 1 नवंबर से शुरू होने जा रहा है।

अब आरबीआई की खुद की डिजिटल करेंसी हकीकत बनने वाली है। भारतीय रिजर्व बैंक 1 नवंबर से थोक लेनदेन के लिए डिजिटल रुपया लॉन्च करेगा। फिलहाल इसे पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू किया जाएगा। भारतीय रिजर्व बैंक के अनुसार, यह भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था को मजबूत करने, भुगतान प्रणाली को अधिक कुशल बनाने और मनी लॉन्ड्रिंग को रोकने में मदद करेगा। सरकारी प्रतिभूतियों के निपटान के लिए डिजिटल मुद्रा का उपयोग किया जाएगा।

इस परियोजना में भाग लेने के लिए 9 बैंकों की पहचान की गई है। इसमें स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ बड़ौदा, यूनियन बैंक, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक और एचएसबीसी बैंक शामिल होंगे।

देश में आरबीआई की डिजिटल करेंसी (ई-रुपया) के लॉन्च होने के बाद आपको अपने साथ कैश ले जाने की जरूरत नहीं होगी। आप इसे अपने मोबाइल वॉलेट में रख सकेंगे और इस डिजिटल करेंसी के सर्कुलेशन पर रिजर्व बैंक का पूरा नियंत्रण होगा। डिजिटल मुद्रा के आगमन से आम जनता और सरकार के साथ व्यापार करने वालों के लिए लेनदेन की लागत कम हो जाएगी।

इस बारे में जानकारी देते हुए आरबीआई ने हाल ही में कहा था कि सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (सीबीडीसी) का उद्देश्य मौजूदा मुद्रा को बदलने के बजाय डिजिटल मुद्रा को पूरक बनाना है और उपयोगकर्ताओं को भुगतान के लिए एक अतिरिक्त विकल्प देना है। यह किसी भी तरह से मौजूदा भुगतान प्रणालियों को बदलने का इरादा नहीं है। यानी इससे आपके लेन-देन पर कोई असर नहीं पड़ेगा।

बता दें, CBDC केंद्रीय बैंक द्वारा जारी किए गए करेंसी नोटों का एक डिजिटल रूप है। दुनिया भर के अधिकांश केंद्रीय बैंक वर्तमान में सीबीडीसी जारी करने के तरीकों पर विचार कर रहे हैं और जारी करने के तरीके प्रत्येक देश की विशिष्ट आवश्यकताओं के अनुसार भिन्न होते हैं। बता दें कि भारत सरकार ने आम बजट में वित्तीय वर्ष 2022-23 से डिजिटल रुपया पेश करने की घोषणा की थी।

भारतीय रिजर्व बैंक के मुख्य महाप्रबंधक योगेश दयाल ने हाल ही में इस संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि जैसे-जैसे पायलट परियोजना का दायरा बढ़ेगा, आरबीआई ई-रुपये से जुड़ी सुविधाओं और लाभों को साझा करना जारी रखेगा। रिजर्व बैंक द्वारा लोगों में सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए एक कॉन्सेप्ट नोट जारी किया गया है।

डिजिटल रुपया या डिजिटल मुद्रा भी उसी डिजिटल अर्थव्यवस्था का अगला चरण होगा। जिस तरह मोबाइल वॉलेट से लेन-देन सेकेंडों में हो जाता है, उसी तरह डिजिटल मनी भी काम करेगी। इससे नकदी की कमी कम होगी, जिसका समग्र अर्थव्यवस्था पर बड़ा सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।

Join Telegram Group Join Now
WhatsApp Group Join Now
Ads
Ads
Leave A Reply

Your email address will not be published.